न्यूयार्क : बाल दंतचिकित्सा सेवा नहीं प्रदान करने और गरीब बच्चों के सहायतार्थ सरकारी वित्तपोषित कार्यक्रम में झूठे दावे करने के एक मामले में भारतीय मूल के एक दंतचिकित्सक समेत पांच डाक्टरों ने ढाई लाख डालर अदा करने पर सहमति जतायी है.
भुगतान के समझौते के एक हिस्से के रूप में अखिल रेड्डी, क्रिस्टोफर स्टीवन विल्लानुएवा, त्रुंग मिन्ह तांग, मॉरिश्यो डार्दानो और गैब्रिएल शाहवान में से हर एक ने अपने खिलाफ सरकार के व्यक्तिगत दावे के निबटारे के लिए ढाई-ढाई लाख डालर अदा करने पर सहमति जतायी.
अमेरिकी वकील पार्कर ने कहा, ‘‘यह निबटारा बेईमान सेवा-प्रदाताओं से मेडिकैड कार्यक्रम और उससे लाभ पाने वाले मरीजों की सुरक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता दिखाता है.” यह निबटारा इन आरोपों का समाधान करता है कि जनवरी 2009 और दिसंबर 2014 के बीच एमबी2 और उससे संबद्ध दंतचिकित्सा सेवा प्रदाताओं ने उन सेवाओं के लिए दावे पेश किये थे जो उन्होंने नहीं दी थी.