कराकस : भारत में 8 नवंबर को बड़े नोटों को बंद किये जाने के सरकार के ऐलान के बाद देशभर में नोटों की भारी किल्लत हो गयी है. जबकि सरकार का दावा है कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा और कालाधन रखने वालों की कमर टूटेगी. वहीं वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अपने देश में सबसे बड़ी राशि यानी 100 बोलिवर के नोट को बंद करने के लिए आपात आदेश जारी किये हैं. उन्होंने यह आदेश उन ‘माफिया’ को नाकाम करने के लिए जारी किये हैं, जिन पर वह कोलंबिया में नकदी की जमाखोरी का आरोप लगाते हैं.
यह घोषणा रविवार को की गयी. आर्थिक संकट और विश्व की सबसे अधिक महंगाई झेल रहे वेनेजुएला की सरकार ने नये नोट और सिक्के जारी करने की तैयारी की है, जिनका मूल्य इस समय उपलब्ध सबसे बड़ी राशि के नोट से लगभग 200 गुना ज्यादा होगा. वेनेजुएला के 100 बोलिवर के एक नोट की कीमत इस समय एक डॉलर के तीन सेंट्स से कुछ कम है. एक नोट से मुश्किल से एक कैंडी खरीदी जा सकती है.
यदि किसी को एक हैमबर्गर खरीदना है तो उसे 50 नोट चाहिए. राष्ट्रपति ने रविवार को अपने टीवी शो ‘कॉन्टैक्ट विद मादुरो’ में कहा, ‘मेरी संवैधानिक शक्तियों के अनुरुप और इस आपात आर्थिक आदेश के जरिए मैंने अगले 72 घंटे में 100 बोलिवर के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला किया है.’
मादुरो ने कहा कि यह कदम इसलिए जरुरी है क्योंकि वेनेजुएला की एक जांच में पाया गया है कि अंतरराष्ट्रीय माफिया ने मुख्य तौर पर कोलंबियाई शहरों में और ब्राजील में 100 बोलिवर के अरबों नोट छिपा रखे हैं. उन्होंने आदेश दिये कि ‘जमीनी, वायु और समुद्री रास्ते बंद किये जाने चाहिए ताकि वे लोग ले जाये गये नोट लौटा न सकें.’