काठमांडो : नेपाल के मुख्य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस और भारतीय मूल के मधेसियों के आंदोलनकारी समूह भारत के साथ लगती सीमा पर अहम सीमा व्यापारिक मार्गों की नाकेबंदी से उत्पन्न वर्तमान राजनीतिक संकट के शीघ्र हल के लिए सहमत हो गए हैं. नेपाली कांग्रेस और यूनाईटेड मधेसी डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रतिनिधियों ने कल महाराजगंज में नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष सुशील कोईराला के निवास पर बैठक की. उस दौरान दोनों पक्षों ने समसामयिक मुद्दों और तराई क्षेत्र में अशांति पर चर्चा की तथा वे वर्तमान राजनीतिक संकट का यथाशीघ्र हल करने पर सहमत हुए.
नेपाली कांग्रेस ने फ्रंंट से संविधान संशोधन प्रक्रिया के माध्यम से संकट के हल में मदद की अपील की क्योंकि संबंधित विधेयक संसद में पेश किया गया है. पार्टी ने फ्रंट से इस विधेयक पर आमसहमति भी कायम करने को कहा क्योंकि इसे फ्रंट की मांग शामिल कर संशोधित किया जा सकता है. जवाब में फ्रंट ने प्रांतों के सीमांकन की समीक्षा पर नेपाली कांग्रेस से स्पष्ट रोडमैप की मांग की और कहा कि यह विधेयक सीमांकन मुद्दों का हल नहीं कर सका.
तराई क्षेत्र मेंं रहने वाले भारतीय मूल के मधेसी और प्रतिनिधित्व की मांग करते हुए नये संविधान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. वे अपने पुरखों के होमलैंड का सात प्रांतों में विभाजन का भी विरोध कर रहे हैं और उन्होंने भारत के साथ लगती सीमा पर अहम सीमा व्यापारिक मार्गों केा बंद कर दिया है. नेपाली कांग्रेस प्रवक्ता दिलेंद्र बादू ने बताया कि कल की बैठक में फ्रंट की मांगों का हल करने पर चर्चा हुई. नेपाल कांग्रेस ने फ्रंट से वार्ता और आम सहमति से समस्या का हल ढूढने के प्रति जिम्मेदार होने की अपील की.