वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज वेनेजुएला के सात अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया। इन पर वेनेजुएला में मानवाधिकार उल्लंघन और भ्रष्टाचार का आरोप है. सभी अधिकारी वहां के शीर्ष सुरक्षा सामग्री से जुडे विभाग से संबंधित हैं. यह विभाग सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर कडी कार्रवाई करने एवं प्रमुख विरोधियों के खिलाफ मामला दायर के लिए जिम्मेदार है, जिसने पिछले साल से वेनेजुएला को हिला कर रख दिया है.
वित्त मंत्री जैकब लीयू ने एक बयान में बताया, ‘‘आर्थिक संसाधनों से वंचित वेनेजुएला के सरकारी अधिकारियों ने भ्रष्टाचार किया, जिसे वेनेजुएला की आम जनता में और आर्थिक विकास को गति देने में निवेश किया जा सकता था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के कृत्य आम जनता का लोकतांत्रिक संस्थानों और मानवाधिकार के प्रति विश्वास कम करेंगे, जिसके वेनेजुएला के नागरिक हकदार हैं.’’
यह प्रतिबंध अमेरिकी कांग्रेस की ओर से पिछले साल के आखिर में जुर्माना का अधिकार देने संबंधी कानून पारित किए जाने के बाद आया है. इसमें वेनेजुएला की सरकार का विरोध करने वालों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा या मानवाधिकार का उल्लंघन करने पर उनकी संपत्ति जब्त करने और उसके वीजा पर रोक लगाने का प्रावधान है. वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने मंगलवार की रात अपने भाषण में इन प्रतिबंधों का विरोध किया. मादुरो ने कहा कि इस तरह के प्रतिबंध यह साबित करते हैं कि अमेरिका उसके प्रशासन को गिरा देने की मंशा रखता है और वेनेजुएला का नियंत्रण हथियाना चाहता है.