बैंकिंग सेक्टर
इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (आइबीपीएस) बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) और मैनेजमेंट ट्रेनी (एमटी) की नियुक्ति के लिए अक्तूबर माह में तीसरी बार कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन (सीडब्ल्यूइ) आयोजित करने जा रहा है. आइबीपीएस ने इन पदों पर होनेवाली नियुक्ति के लिए योग्यताओं में हाल में कई बदलाव किये थे. इसके तहत अधिकतम उम्र सीमा को 30 वर्ष से घटा कर 28 वर्ष और स्नातक में न्यूनतम अंक 60 फीसदी निर्धारित किया गया था. साथ ही कंप्यूटर ऑपरेशन और वर्किंग नॉलेज भी जरूरी किया गया था. लेकिन इन फैसलों का देशभर में व्यापक विरोध हुआ.
आखिरकार 22 जुलाई, 2013 को आइबीपीएस ने इन सभी बदलावों को वापस लेते हुए पुरानी योग्यता ही जारी रखने का निर्णय लिया. सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 में शामिल होने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को 12 अगस्त, 2013 से बढ.ा कर 17 अगस्त, 2013 कर दिया गया है. आइबीपीएस सीडब्ल्यूइ प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ)/ मैनेजमेंट ट्रेनी (एमटी) के स्कोर अब तक 19 बैंकों द्वारा मान्य थे. इस वर्ष इसमें दो संस्थान नये जुडे. हैं. एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरशन ऑफ इंडिया (इसीजीसी) और आइडीबीआइ बैंक.
आवश्यक योग्यता और आवेदन प्रक्रिया
आइबीपीएस सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 में शामिल होने के लिए आवेदक का किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट होना जरूरी है. कंप्यूटर लिटरेसी होना आवश्यक नहीं है.
उम्र सीमा : आवेदकों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आवेदकों का जन्म 2 जुलाई, 1983 से पहले नहीं होना चाहिए.
आवेदन का तरीका :सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 के लिए ऑनलाइन आवेदन करना है. आवेदन करने के लिए साइन और फोटो को स्कैन करें. सामान्य वर्ग के आवेदकों को 600 रुपये आवेदन फीस देनी होगी. अनुसूचित जाति और जनजाति के आवेदकों को 100 रुपये आवेदन फीस देनी होगी. इसके अलावा बैंक ट्रांजेक्शन फीस अलग से होगी. आवेदन फीस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से जमा की जा सकती है.
परीक्षा का प्रारूप
सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 परीक्षा ऑनलाइन ली जायेगी. वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की यह परीक्षा दो घंटे की है. पेपर में पांच सेक्शन होते हैं. रीजनिंग के 50, इंगलिश लैंग्वेज के 40, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के 50, जनरल अवेयरनेस (बैंकिंग इंडस्ट्री से संबंधित चीजों से प्रश्न) के 40 और कंप्यूटर नॉलेज के 20 अंक निर्धारित किये गये हैं. परीक्षा में कुल 200 अंकों के प्रश्न आयेंगे. परीक्षा में .25 अंक की निगेटिव मार्किंग भी है. सभी सेक्शन में न्यूनतम स्कोर होने के साथ ही पूरे पेपर के लिए भी न्यूनतम स्कोर प्राप्त करना जरूरी है.
इंटरव्यू : लिखित परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू का सामना करना होगा. इंटरव्यू 100 अंकों का होगा. इसमें कम से कम 40 फीसदी अंक होने अनिवार्य है.
चयन : फाइनल स्कोर लिखित परीक्षा (सीडब्ल्यूइ) और इंटरव्यू के स्कोर के आधार पर निकाला जायेगा. इसमें सीडब्ल्यूइ के अंकों को 80 फीसदी और इंटरव्यू के अंकों को 20 फीसदी वेटेज दिया जायेगा.
स्पीड और एक्यूरेसी की परीक्षा
टाइम, दिल्ली के सीनियर रीजनल हेड प्रदीप पांडे कहते हैं कि सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी एक एप्टीट्यूड टेस्ट है. यह स्किल बेस्ड परीक्षा होती है, फॉर्मूला बेस्ड नहीं. यह क्लेरिकल एग्जामिनेशन की तरह नहीं होता है. इसके प्रश्नों को देख कर लग सकता है कि ये फॉर्मूला आधारित हैं, पर ऐसा होता नहीं है. जिन विद्यार्थियों की प्रैक्टिस, स्पीड और एक्यूरेसी अच्छी होगी, वे इस परीक्षा में सफल हो पायेंगे. एक तरह से यह स्पीड और एक्यूरेसी का खेल हैं, जिसके लिए प्रैक्टिस बेहद जरूरी है. इसके लिए सबसे अच्छा माध्यम पिछले वर्षों के पेपर हल करना है. इससे काफी चीजें और पैटर्न का पता चलता है.
क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड : इसमें कुल 50 प्रश्न आते हैं, जिसमें ट्रेडिशनल अर्थमेटिक के प्रश्न अब बहुत कम आते हैं. स्किल बेस्ड प्रश्न ज्यादा आते हैं. इस भाग में बेसिक कैलकुलेशन और एप्प्रोक्सिमेंशन के ज्यादा से ज्यादा 10 प्रश्न आते हैं. डेटा इंटरप्रेटेशन के 15, नंबर सीरीज से 5, डेटा सफिशिएंसी से 5 प्रश्न आते हैं. चार से पांच प्रश्न परम्यूटेशन एंड कॉम्बिनेशन के होते हैं. इस तरह से ऊपर बताये गये 40 प्रश्न प्रैक्टिस से ही हल किये जा सकते हैं. इस सेक्शन के बचे 10 प्रश्नों में से कुछ फॉर्मूला से हल किये जाते हैं. ज्यादातर परीक्षार्थी मानते हैं कि इसमें अधिकतर प्रश्न फॉर्मूला बेस्ड होते हैं, जबकि हकीकत में ऐसा होता नहीं है.
रीजनिंग : इस सेक्शन में 50 प्रश्न आते हैं. बैंकिंग पीओ की रीजनिंग क्लेरिकल परीक्षाओं से बिल्कुल अलग होती है. इसके माध्यम से परीक्षार्थी की स्किल्स की जांच की जाती है. सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी की रीजनिंग मुख्यत: तीन भागों में पूछी जाती है.
पहला, वर्बल रीजनिंग. इसी में दूसरा भाग डिडेक्टिव रीजनिंग का होता है. इन दोनों तरह की रीजनिंग में ज्यादातर प्रश्न अब पहेलियों वाले होते हैं. इससे परीक्षार्थियों की एनालिटिकल एबिलिटी जांची जाती है. तीसरा भाग नॉन-वर्बल रीजनिंग का होता है. कॉमन सेंस वाली रीजनिंग के प्रश्न अब कम आते है. इस पैटर्न को सीडब्ल्यूइ पीओ/ एमटी-2 में देखा गया था.
इंगलिश : इसमें 40 प्रश्न रीडिंग कॉम्प्रीहेंशन, पैसेज आदि पर आधारित होते हैं. इससे कॉम्प्रीहेंशन एबिलिटी का देखा जाता है. इसमें वॉकेबलरी पर आधारित प्रश्न भी होते हैं. जिन उम्मीदवारों की इंगलिश औसत होती है, वे इसे भाग में अच्छा स्कोर कर लेते हैं.
जनरल अवेयरनेस : जनरल अवेयरनेस में बैंकिंग सेक्टर पर फोकस होता है. इसमें कुल 40 प्रश्न पूछे जाते हैं. इसमें ज्यादातर प्रश्न बैंकिंग सेक्टर से आते हैं. कंप्यूटर नॉलेज के भी 20 प्रश्न आते हैं.
तैयारी में किस पर करें ज्यादा गौर
क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूडऔर रीजिनिंग के सेक्शन इस परीक्षा में सफल होना का पैमाना माने जाते हैं. यानी ये डिजाइडिंग फैक्टर का काम करते हैं. बाकी सेक्शंस में अधिकतर लोगों के एक जैसे अंक आते हैं.
सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी में सफलता का मूल मंत्र है ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करना. तैयारी के लिए सबसे पहले बेसिक्स पर ध्यान देना जरूरी है. इसके अलावा स्पीड को कैसे तेज करें, इसके लिएअधिक से अधिक अभ्यास जरूरी है. ऑप्शन एलिमेंशन के प्रोसेस में भी तेजी लानी जरूरी है. छात्रों को तैयारी करते समय ध्यान देना चाहिए कि प्रश्न फॉर्मूला के बगैर कैसे हल किये जा सकते हैं. उन्हें फॉर्मूला पर निर्भर होना छोड.ना होगा. परीक्षा में ऐसे प्रश्न बहुत कम होते हैं, जिन्हें औसत श्रेणी के बो न हल कर पाएं. इसलिए बात स्पीड और एक्यूरेसी पर टिकती है.
ऐसे में बेहतर तैयारी के लिए परीक्षार्थियों को रोज एक मॉडल पेपर हल करना चाहिएया मॉक टेस्ट देना चाहिए. ऐसा करते समय टाइम लिमिट और एक्यूरेसी का ध्यान रखें, तभी इस अभ्यास का फायदा मिलेगा. दिन का बाकी समय न्यूजपेपर, मैग्जीन आदि पढ.ने के लिए रखें.इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (आइबीपीएस) बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) और मैनेजमेंट ट्रेनी (एमटी) की नियुक्ति के लिए अक्तूबर माह में तीसरी बार कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन (सीडब्ल्यूइ) आयोजित करने जा रहा है. आइबीपीएस ने इन पदों पर होनेवाली नियुक्ति के लिए योग्यताओं में हाल में कई बदलाव किये थे. इसके तहत अधिकतम उम्र सीमा को 30 वर्ष से घटा कर 28 वर्ष और स्नातक में न्यूनतम अंक 60 फीसदी निर्धारित किया गया था. साथ ही कंप्यूटर ऑपरेशन और वर्किंग नॉलेज भी जरूरी किया गया था. लेकिन इन फैसलों का देशभर में व्यापक विरोध हुआ.
आखिरकार 22 जुलाई, 2013 को आइबीपीएस ने इन सभी बदलावों को वापस लेते हुए पुरानी योग्यता ही जारी रखने का निर्णय लिया. सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 में शामिल होने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को 12 अगस्त, 2013 से बढ.ा कर 17 अगस्त, 2013 कर दिया गया है. आइबीपीएस सीडब्ल्यूइ प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ)/ मैनेजमेंट ट्रेनी (एमटी) के स्कोर अब तक 19 बैंकों द्वारा मान्य थे. इस वर्ष इसमें दो संस्थान नये जुडे. हैं. एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरशन ऑफ इंडिया (इसीजीसी) और आइडीबीआइ बैंक.
आवश्यक योग्यता और आवेदन प्रक्रिया
आइबीपीएस सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 में शामिल होने के लिए आवेदक का किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट होना जरूरी है. कंप्यूटर लिटरेसी होना आवश्यक नहीं है.
उम्र सीमा : आवेदकों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आवेदकों का जन्म 2 जुलाई, 1983 से पहले नहीं होना चाहिए.
आवेदन का तरीका :सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 के लिए ऑनलाइन आवेदन करना है. आवेदन करने के लिए साइन और फोटो को स्कैन करें. सामान्य वर्ग के आवेदकों को 600 रुपये आवेदन फीस देनी होगी. अनुसूचित जाति और जनजाति के आवेदकों को 100 रुपये आवेदन फीस देनी होगी. इसके अलावा बैंक ट्रांजेक्शन फीस अलग से होगी. आवेदन फीस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से जमा की जा सकती है.
परीक्षा का प्रारूप
सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी-3 परीक्षा ऑनलाइन ली जायेगी. वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की यह परीक्षा दो घंटे की है. पेपर में पांच सेक्शन होते हैं. रीजनिंग के 50, इंगलिश लैंग्वेज के 40, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के 50, जनरल अवेयरनेस (बैंकिंग इंडस्ट्री से संबंधित चीजों से प्रश्न) के 40 और कंप्यूटर नॉलेज के 20 अंक निर्धारित किये गये हैं. परीक्षा में कुल 200 अंकों के प्रश्न आयेंगे. परीक्षा में .25 अंक की निगेटिव मार्किंग भी है. सभी सेक्शन में न्यूनतम स्कोर होने के साथ ही पूरे पेपर के लिए भी न्यूनतम स्कोर प्राप्त करना जरूरी है.
इंटरव्यू : लिखित परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू का सामना करना होगा. इंटरव्यू 100 अंकों का होगा. इसमें कम से कम 40 फीसदी अंक होने अनिवार्य है.
चयन : फाइनल स्कोर लिखित परीक्षा (सीडब्ल्यूइ) और इंटरव्यू के स्कोर के आधार पर निकाला जायेगा. इसमें सीडब्ल्यूइ के अंकों को 80 फीसदी और इंटरव्यू के अंकों को 20 फीसदी वेटेज दिया जायेगा.
स्पीड और एक्यूरेसी की परीक्षा
टाइम, दिल्ली के सीनियर रीजनल हेड प्रदीप पांडे कहते हैं कि सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी एक एप्टीट्यूड टेस्ट है. यह स्किल बेस्ड परीक्षा होती है, फॉर्मूला बेस्ड नहीं. यह क्लेरिकल एग्जामिनेशन की तरह नहीं होता है. इसके प्रश्नों को देख कर लग सकता है कि ये फॉर्मूला आधारित हैं, पर ऐसा होता नहीं है. जिन विद्यार्थियों की प्रैक्टिस, स्पीड और एक्यूरेसी अच्छी होगी, वे इस परीक्षा में सफल हो पायेंगे. एक तरह से यह स्पीड और एक्यूरेसी का खेल हैं, जिसके लिए प्रैक्टिस बेहद जरूरी है. इसके लिए सबसे अच्छा माध्यम पिछले वर्षों के पेपर हल करना है. इससे काफी चीजें और पैटर्न का पता चलता है.
क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड : इसमें कुल 50 प्रश्न आते हैं, जिसमें ट्रेडिशनल अर्थमेटिक के प्रश्न अब बहुत कम आते हैं. स्किल बेस्ड प्रश्न ज्यादा आते हैं. इस भाग में बेसिक कैलकुलेशन और एप्प्रोक्सिमेंशन के ज्यादा से ज्यादा 10 प्रश्न आते हैं. डेटा इंटरप्रेटेशन के 15, नंबर सीरीज से 5, डेटा सफिशिएंसी से 5 प्रश्न आते हैं. चार से पांच प्रश्न परम्यूटेशन एंड कॉम्बिनेशन के होते हैं. इस तरह से ऊपर बताये गये 40 प्रश्न प्रैक्टिस से ही हल किये जा सकते हैं. इस सेक्शन के बचे 10 प्रश्नों में से कुछ फॉर्मूला से हल किये जाते हैं. ज्यादातर परीक्षार्थी मानते हैं कि इसमें अधिकतर प्रश्न फॉर्मूला बेस्ड होते हैं, जबकि हकीकत में ऐसा होता नहीं है.
रीजनिंग : इस सेक्शन में 50 प्रश्न आते हैं. बैंकिंग पीओ की रीजनिंग क्लेरिकल परीक्षाओं से बिल्कुल अलग होती है. इसके माध्यम से परीक्षार्थी की स्किल्स की जांच की जाती है. सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी की रीजनिंग मुख्यत: तीन भागों में पूछी जाती है.
पहला, वर्बल रीजनिंग. इसी में दूसरा भाग डिडेक्टिव रीजनिंग का होता है. इन दोनों तरह की रीजनिंग में ज्यादातर प्रश्न अब पहेलियों वाले होते हैं. इससे परीक्षार्थियों की एनालिटिकल एबिलिटी जांची जाती है. तीसरा भाग नॉन-वर्बल रीजनिंग का होता है. कॉमन सेंस वाली रीजनिंग के प्रश्न अब कम आते है. इस पैटर्न को सीडब्ल्यूइ पीओ/ एमटी-2 में देखा गया था.
इंगलिश : इसमें 40 प्रश्न रीडिंग कॉम्प्रीहेंशन, पैसेज आदि पर आधारित होते हैं. इससे कॉम्प्रीहेंशन एबिलिटी का देखा जाता है. इसमें वॉकेबलरी पर आधारित प्रश्न भी होते हैं. जिन उम्मीदवारों की इंगलिश औसत होती है, वे इसे भाग में अच्छा स्कोर कर लेते हैं.
जनरल अवेयरनेस : जनरल अवेयरनेस में बैंकिंग सेक्टर पर फोकस होता है. इसमें कुल 40 प्रश्न पूछे जाते हैं. इसमें ज्यादातर प्रश्न बैंकिंग सेक्टर से आते हैं. कंप्यूटर नॉलेज के भी 20 प्रश्न आते हैं.
तैयारी में किस पर करें ज्यादा गौर
क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूडऔर रीजिनिंग के सेक्शन इस परीक्षा में सफल होना का पैमाना माने जाते हैं. यानी ये डिजाइडिंग फैक्टर का काम करते हैं. बाकी सेक्शंस में अधिकतर लोगों के एक जैसे अंक आते हैं.
सीडब्ल्यूइ पीओ / एमटी में सफलता का मूल मंत्र है ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करना. तैयारी के लिए सबसे पहले बेसिक्स पर ध्यान देना जरूरी है. इसके अलावा स्पीड को कैसे तेज करें, इसके लिएअधिक से अधिक अभ्यास जरूरी है. ऑप्शन एलिमेंशन के प्रोसेस में भी तेजी लानी जरूरी है. छात्रों को तैयारी करते समय ध्यान देना चाहिए कि प्रश्न फॉर्मूला के बगैर कैसे हल किये जा सकते हैं. उन्हें फॉर्मूला पर निर्भर होना छोड.ना होगा. परीक्षा में ऐसे प्रश्न बहुत कम होते हैं, जिन्हें औसत श्रेणी के बो न हल कर पाएं. इसलिए बात स्पीड और एक्यूरेसी पर टिकती है.
ऐसे में बेहतर तैयारी के लिए परीक्षार्थियों को रोज एक मॉडल पेपर हल करना चाहिएया मॉक टेस्ट देना चाहिए. ऐसा करते समय टाइम लिमिट और एक्यूरेसी का ध्यान रखें, तभी इस अभ्यास का फायदा मिलेगा. दिन का बाकी समय न्यूजपेपर, मैग्जीन आदि पढ.ने के लिए रखें.

