सना : यमन की राजधानी सना और दक्षिणी शहर मुकल्ला में आज हुए दो आत्मघाती बम विस्फोटों में लगभग 70 लोग मारे गये. पहली घटना में राजधानी में शिया विद्रोहियों की एक सभा को जबकि दूसरी घटना में दक्षिणी शहर मुकल्ला में सेना की एक चौकी को निशाना बनाया गया. विस्फोटों से यमन के अस्थिर हालात का पता चलता है. पिछले महीने शिया हुथी विद्रोहियों ने सना पर कब्जा कर लिया था.
शिया विद्रोहियों के सना में घुसने से उनपर उनके अलकायदा की यमन शाखा के सुन्नी आतंकी विरोधियों की जवाबी कार्रवाई का खतरा बढ गया था. गृह मंत्रालय ने कहा कि मध्य सना में आज एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया जिससे कम से कम 47 लोग मारे गए और 75 अन्य घायल हो गये. हमला विद्रोही शिया हुथी समर्थकों की भीड को निशाना बनाकर किया गया था.
अधिकारियों ने मीडिया से बात करने की अनुमति न होने की वजह से पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि हमलावर प्रसिद्ध तहरीर चौक पर सुबह रैली के लिए जुटे प्रदर्शनकारियों की भीड में घुस गया और खुद को उडा लिया. अधिकारियों ने कहा कि दूसरा विस्फोट हदरमौत प्रांत के बंदरगाह शहर मुकल्ला के बाहरी इलाके में हुआ जब एक आत्मघाती हमलावर ने अपनी विस्फोटकों से भरी कार सेना की एक चौकी से भिडा दी जिससे कम से कम 20 सैनिक मारे गए और 15 घायल हो गए.
हदरमौत अलकायदा की यमनी शाखा के कई गढों में से एक है जिसे अमेरिका अलकायदा के आतंकी नेटवर्क की सबसे खतरनाक शाखा मानता है. दोनों हमलों के लिए तत्काल किसी ने भी जिम्मेदारी नहीं ली लेकिन अलकायदा अकसर इस तरह के हमले कर सैन्य बलों, सुरक्षाकर्मियों और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाता रहा है.
विद्रोही सूत्रों ने बताया कि विस्फोट सना के अल तहरीर चौक पर उस समय किया गया जब विद्रोहियों के समर्थक एक प्रदर्शन आयोजित करने की तैयारी कर रहे थे. पास के एक पुलिस अस्पताल के चिकित्साकर्मियों ने बडी संख्या में हताहतों के मद्देनजर मदद के लिए चिकित्सकों का आह्वान किया. एएफपी के एक पत्रकार ने पीडितों के बीच चार बच्चों के शव देखे.
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने अपनी बेल्ट में छुपाकर रखे विस्फोटकों से एक जांच चौकी पर विस्फोट कर दिया. हुथिस नाम से जाने जाने वाले विद्रोहियों के समर्थक विस्फोट के बाद एकत्रित हुए और राष्ट्रपति अब्दराबुह मंसूर हादी को सत्ता से हटाने की मांग के नारे लगाये.