वॉशिंगटन/लंदनः हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक से बलात्कार एवं हत्या मामले के चारों आरोपियों के शुक्रवार को मारे जाने की खबर को दुनिया भर की मीडिया ने प्रमुखता से कवर किया. ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने खबर छापी कि देश के कुछ वर्ग ने मौत पर प्रशंसा जताई जहां महिलाओं और बच्चों के खिलाफ जघन्य अपराध हो रहे हैं. लेकिन कार्यकर्ता और वकील कह रहे हैं कि मुठभेड़ न्यायेत्तर हत्या है.
खबर में कहा गया है कि संदिग्ध अपराधियों की पुलिस द्वारा हत्या किया जाना भारत में इतना व्यापक है कि उनकी अपनी शब्दावली है. इस तरह की घटनाओं को ‘‘मुठभेड़’ हत्याएं कही जाती हैं और इसमें शामिल अधिकारी कहते हैं कि उन्होंने आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की है. लेकिन कार्यकर्ता कहते हैं कि पुलिस को काफी छूट हासिल है और हत्याओं की उचित जांच नहीं होती.
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने इसे हाल के महीने में भारत के ‘‘सर्वाधिक घृणित’ अपराध मामलों में से एक बताया और कहा कि शुक्रवार को इस घटना का अचानक एवं स्तब्धकारी अंत हो गया. इसने कहा, अधिकारियों को नायक बताया जा रहा है और हैदराबाद की सड़कों पर लोगों ने पुलिस अधिकारियों पर गुलाब के फूल बरसाए. वे इसे जघन्य अपराध के त्वरित न्याय का जश्न मना रहे हैं. शुक्रवार को इतने लोग सड़कों पर जश्न मनाने निकल गए कि यातायात बाधित हो गया.
बीबीसी ने लिखा कि पुलिस कार्रवाई का सोशल मीडिया पर व्यापक समर्थन मिला. कई लोगों ने ट्विटर और फेसबुक पर पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा की. ब्रिटिश प्रसारक ने कहा कि दिल्ली में दिसम्बर 2012 के सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले ने भारत में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा की घटनाओं की तरफ ध्यान खींचा है. लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी नहीं आ रही है.
‘द गार्जियन’ ने खबर छापी कि बलात्कार और हत्या के मामलों से भारत में लोगों के बीच गुस्सा है, जहां हजारों लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया और नेताओं तथा लोगों ने ऐसे अपराधियों की पीट-पीटकर हत्या करने की अपील की.
‘द टेलीग्राफ’ ने लिखा है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के हाई प्रोफाइल मामलों से भारत में गुस्सा बढ़ा है. हैदराबाद की जघन्य घटना के खिलाफ सोमवार को हजारों लोगों ने देश भर में सड़कों पर प्रदर्शन किया. इसने कहा, कार्यकर्ताओं ने बलात्कार के मामलों को अदालतों के माध्यम से तेजी से निपटाने और कड़े दंड देने की अपील की है.
‘द टाइम्स’ ने खबर दी कि न्याय की मांग को लेकर देश भर में सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया. लोगों ने आरोपियों को सौंपने की मांग करते हुए थाने का घेराव किया ताकि उन्हें पीट-पीट कर मार दिया जाए.