नयी दिल्ली/इस्लामाबाद : पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण जाधव को दूसरी बार राजनयिक पहुंच देने से इनकार करने पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पाकिस्तान आईसीजे के निर्देशों का पालन करे. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि इस मामलेमेंभारत फिर आईसीजे जायेगा.
उन्होंने कहा, हम कोशिश करेंगे कि आईसीजे के फैसले को पूरी तरह से लागू किया जाये. उल्लेखनीय है कि आईसीजे ने जाधव की फांसी पर रोक लगाते हुए पाकिस्तान को आदेश दिया था कि वह अपने अदालती फैसले की दोबारा जांच करे और उन्हें राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराये. उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के संपर्क में रहेंगे. गौरतलब है कि पाकिस्तान ने आईसीजे के फैसले के बाद कुछ दिन पहले जाधव को राजनयिक पहुंच तो दिलायी, लेकिन यह मुलाकात जिस माहौल में हुई उससे ऐसा लग रहा था कि जाधव पर काफी दबाव है. उनसे मिलने गये भारतीय राजनयिक ने कहा था मुलाकात के समय जाधव काफी दबाव में है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच नहीं देगा. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जाधव को दूसरी बार राजनयिक पहुंच नहीं मिलेगी. बता दें कि दो सितंबर को जाधव से पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक गौरव आहलूवालिया ने अज्ञात जगह पर मुलाकात की थी. पाक अधिकारियों ने जाधव के साथ भारतीय राजनयिक की पहली मुलाकात में काफी दुर्व्यवहार किया था. यह मुलाकात एक सब जेल में करायी गयी और निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से अधिकारियों को उनसे मिलने दिया गया. पहले भारतीय राजनयिक गौरव अहलुवालिया की मीटिंग पाक विदेश मंत्रालय के मुख्य ऑफिस में तय की गयी थी.
रवीश कुमार से जब जम्मू कश्मीर में विदेशी पत्रकारों को नहीं जाने देने के आरोपों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, विदेशी पत्रकारों को चार कैटिगरी में विभाजित किया जाता है, पहला वो जो कश्मीर जाना चाहते हैं, दूसरे वो जो नॉर्थ ईस्ट सहित दूसरे राज्य, तीसरा प्रतिबंधित और चौथा प्रोटेक्टिव एरिया में जाना चाहते हैं. अगर वे इनमें से किसी जगह जाना चाहते हैं तो उन्हें सही चैनल के जरिये विदेश मंत्रालय में आवेदन देना होता है और हम आवेदन के आधार पर फैसला करते हैं. मैं यह कहना चाहूंगा कि विदेशी पत्रकारों की रिपोर्टिंग की इजाजत देने के हमारे पुराने तौर-तरीके में कोई बदलाव नहीं हुआ है.