शेवट्रेन ऐसा जीव है, जिसका शरीर हिरन की तरह और मुंह चूहा जैसा होता है. अलग-अलग देशों के लोग इसे अलग-अलग नामों से बुलाते हैं. यह दक्षिण भारत के अलावा एशिया और अफ्रीका के विभिन्न जंगलों में पाया जाता है. इसे आर्द्र जलवायु ज्यादा भाता है. यही कारण है कि यह वर्षावनों में ज्यादा पाया जाता है.
शेवट्रेन या पिसूरी चूहे की शक्ल का जीव है, पर इसका शरीर हिरन जैसा होता है. इसलिए लोग इसे माउस डियर कहते हैं. एशिया में पाये जानेवाले माउस डियर अफ्रीकी माउस डियर से हल्के और छोटे होते हैं. एशियाई माउस डियर आठ किलोग्राम तक के होते हैं.
वहीं, इसकी अफ्रीकी प्रजाति का वजन 16 किलोग्राम तक होता है. यह पूरी तरह शाकाहारी होता है और पौधों के मुलायम पत्ते व पेड़ से गिरे फलों को खाता है. इसके शरीर के निचले हिस्से पर हिरन के जैसी ही धारियां भी बनी होती हैं. इसके कान छोटे-छोटे होते है. यह बहुत ही डरपोक होता है, पर विरोधी कमजोर हो, तो हमला भी कर देता है. शेवट्रेन नाम फ्रेंच से लिया गया है, जिसका मतलब ‘छोटी बकरी’ होता है. तेलुगु में इसे जारिनी पंडी, मलयालम में खूरान और कोंकणी में इसे बरिंका कहा जाता है.
एक अनुमान के अनुसार इस जीव की खोज नव पाषाण काल में हुई. इसके पेट की संरचना बाकी जीवों से थोड़ी अलग होती है. इसके पाचन प्रक्रिया के लिए चार अलग-अलग चेंबर होते हैं. भोजन बारी-बारी से हर चेंबर से होकर गुजरता है, जहां पौष्टिक तत्वों का अवशोषण होता है. मादा एक बार में एक ही बच्च देती है. इस कारण इनकी संख्या बहुत ही कम है. इनके पैर पतले होते हैं और खुर गाय जैसे, पर काफी छोटे होते हैं. इन्हें सींग नहीं होता, पर नर का जबड़ा काफी मजबूत होता है और जरूरत पड़ने पर इससे वह दुश्मनों पर हमला भी करता है. ये समूह में रहने के बजाय जोड़ी में रहना पसंद करते हैं. ये बच्चों का देखभाल 2-3 माह तक ही करते हैं. 10 माह में इनके बच्चे वयस्क की भूमिका निभाने और प्रजनन के लिए तैयार हो जाते हैं.