
पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने चरमपंथियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं. देश के उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्र के अधिकारियों का कहना है कि इन हमलों में क़रीब सौ चरमपंथियों की मौत हो गई है.
हालांकि मौत के इन आँकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है.
ये हमले उत्तरी वज़ीरिस्तान के क़बायली ज़िले में देहगान पहाड़ी क्षेत्र में हुए. इस इलाक़े को तालिबान और अल क़ायदा से जुड़े चरमपंथियों का गढ़ माना जाता है.
पिछले रविवार को कराची हवाई अड्डे पर हुए हमले में उज़बेकिस्तान के लड़ाकुओं के शामिल होने की ख़बरों के बीच उज़्बेक चरमपंथियों को निशाना बनाया गया.

एक अधिकारी ने कहा, "ये हमले इस क्षेत्र में उज़्बेक और अन्य चरमपंथियों की मौजूदगी की पुष्ट रिपोर्टों के आधार पर हुए हैं."
कराची हवाई अड्डे पर हमला कराने के पाकिस्तानी तालिबान के दावे के बाद इस क्षेत्र में एक हफ़्ते के भीतर यह दूसरा सैन्य हमला है.
तालिबान ने कराची हवाई अड्डे पर हमले को अपने नेता हक़ीमुल्ला महसूद की मौत का बदला बताया था.
संवाददाताओं का कहना है कि हाल में हुई हिंसक घटनाओं की वजह से पाकिस्तानी तालिबान और सरकार के संभावित शांति प्रक्रिया रुक गई है .
पाकिस्तान एक दशक से अधिक समय से पाकिस्तानी तालिबान और अन्य चरमपंथी समूहों के साथ इस्लामी उग्रवाद से जूझ रहा है.
पाकिस्तान सरकार ने मार्च में पाकिस्तानी तालिबान के साथ शांति वार्ता शुरू की लेकिन यह ज़्यादा आगे नहीं बढ़ सकी और पाकिस्तान में हिंसा लगातार ज़ारी है.
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