केप केनेवरल : मंगल ग्रह की सतह को खोदने के लिहाज से तैयार किया गया नासा का एक अंतरिक्ष यान 48.2 करोड़ किलोमीटर की यात्रा छह महीने में पूरी करने के बाद सोमवार को लाल ग्रह पर उतरा. कैलिफोर्निया के पासाडेना में स्थित नासा की जेट प्रोपल्सन प्रयोगशाला के उड़ान नियंत्रकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब यह खबर आयी.
VIDEO
Our @NASAInSight spacecraft stuck the #MarsLanding!
Its new home is Elysium Planitia, a still, flat region where it’s set to study seismic waves and heat deep below the surface of the Red Planet for a planned two-year mission. Learn more: https://t.co/fIPATUugFo pic.twitter.com/j0hXTjhV6I
— NASA (@NASA) November 26, 2018
जब एक उड़ान नियंत्रक ने अंतरिक्ष यान के मंगल की सतह पर उतरने की घोषणा की तो उनके साथी उत्साहित होकर उछलने लगे और ताली बजाने लगे.
नासा के मुताबिक इनसाइट नामक यह यान एक पैराशूट और ब्रेकिंग इंजन की मदद से रफ्तार को धीमा किये जाने के बाद उतरा। मंगल से पृथ्वी की दूरी लगभग 16 करोड़ किलोमीटर है और अंतरिक्षयान के बारे में रेडियो सिग्नल से मिल रही जानकारी यहां तक आने में आठ मिनट से ज्यादा का समय लग रहा है.
1976 के बाद से नासा ने नौवीं बार मंगल पर पहुंचने का यह प्रयास किया। अमेरिका के पिछले प्रयास को छोड़कर बाकी सभी सफल रहे. पिछली बार नासा का अंतरिक्षयान क्यूरियोसिटी रोवर के साथ 2012 में मंगल पर उतरा था.