वॉशिंगटन : अमेरिका के मध्यावधि चुनाव में आव्रजन, स्वास्थ्य देखभाल, रोजगार सहित कई मुद्दे अहम होंगे लेकिन इन सबसे ज्यादा मायने रखेगा एक नाम- डोनाल्ड ट्रंप. वह व्यक्ति जो चुनाव में उतरा भी नहीं है. ट्रंप के 21 महीने के कार्यकाल के बाद मंगलवार को होने वाले चुनाव में हर ओर रिपब्लिकन राष्ट्रपति के नाम […]
वॉशिंगटन : अमेरिका के मध्यावधि चुनाव में आव्रजन, स्वास्थ्य देखभाल, रोजगार सहित कई मुद्दे अहम होंगे लेकिन इन सबसे ज्यादा मायने रखेगा एक नाम- डोनाल्ड ट्रंप. वह व्यक्ति जो चुनाव में उतरा भी नहीं है. ट्रंप के 21 महीने के कार्यकाल के बाद मंगलवार को होने वाले चुनाव में हर ओर रिपब्लिकन राष्ट्रपति के नाम की ही चर्चा है .
डेमोक्रेटिक पार्टी को उम्मीद है कि ट्रंप से नाखुश मतदाता अमेरिकी सदन से रिपब्लिक पार्टी का नियंत्रण खत्म कर सकेंगे. जबकि ट्रंप के लिए प्रचार करने वालों को उम्मीद है कि बड़ी संख्या में रूढ़ीवादी मतदाता महत्वपूर्ण मुद्दों के आधार पर उनकी पार्टी के पक्ष में वोट देंगे और वह बहुमत कायम रख सकेगी. यहां तक कि ट्रंप ने खुद ही कहा था कि भले वह खुद इस चुनाव में नहीं उतरे हैं लेकिन 2018 के मध्यावधि चुनाव के केंद्र में वे ही हैं.
मध्यावधि चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में यहूदियों पर हमला अमेरिका के आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा हमला था. इस हमले में पिट्सबर्ग में 11 लोगों की मौत हो गई थी. कुछ दिन पहले ही ट्रंप के एक समर्थक को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित ट्रंप के विरोधियों को पाइप बम भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. इन घटनाओं ने अमेरिका में यह बहस छेड़ दी है कि क्या ट्रंप के तीखे बयानों की वजह से अमेरिका में अलगाव बढ़ रहा है. इसके अलावा #मीटू के दौरान ट्रंप के खिलाफ महिलाओं ने बड़े स्तर पर प्रदर्शन किए थे, ऐसे में इस चुनाव में महिला मतदाताओं और उम्मीदवारों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.