वॉशिंगटन/बीजिंग : पहली बार चीन के एक खुफिया अधिकारी को अमेरिका की विभिन्न उड्डयन और एयरोस्पेस कंपनियों के व्यापार से जुड़ी गोपनीय जानकारी चुराने का प्रयास करने के आरोपों का सामना करने के लिए अमेरिका लाया गया है.
अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. चीन के विदेश रक्षा मंत्रालय (एमएसएस) के अधिकारी यानजुन शू उर्फ कु हुई उर्फ झांग हुई को मंगलवार को अमेरिका लाया गया और बुधवार को उसके खिलाफ लगाये गये आरोपों को सार्वजनिक किया गया. शू को एक अप्रैल को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया था. उस पर षड्यंत्र तथा जासूसी और व्यापार से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं चुराने के प्रयास के आरोप हैं. उसे मंगलवार को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया. एफबीआई के गुप्तचर निरोधक प्रभाग के सहायक निदेशक बिल प्रिस्टैप ने एक बयान में कहा, चीन के एक गुप्तचर अधिकारी का यह अभूतपूर्व प्रत्यर्पण अमेरिका के खिलाफ चीन सरकार का आर्थिक जासूसी का सीधा मामला है.
एमएसएस के पास जिआंगसु स्टेट सुरक्षा विभाग के छठवें ब्यूरो में शू एक उप संभागीय निदेशक हैं. एमएसएस चीन की खुफिया और सुरक्षा एजेंसी है. चीन में एमएसएस को घरेलू और विदेशी दोनों तरह की जासूसी के लिए शक्ति प्राप्त है. शू पर लगाये गये आरोपों के अनुसार, दिसंबर 2013 से लेकर गिरफ्तार किये जाने तक उसने अमेरिका में और अमेरिका के बाहर उड्डयन के क्षेत्र की कुछ कंपनियों को निशाना बनाया. शू ने जिन कंपनियों को निशाना बनाया उनमें जीई एविएशन भी शामिल है. उसने इन कंपनियों में काम करनेवाले विशेषज्ञों को चिह्नित किया और फिर उन्हें चीन लेकर गया. वह इनमें से ज्यादातर विशेषज्ञों को चीन के विश्वविद्यालयों में प्रस्तुति देने के बहाने ले गया. शू और अन्य लोगों ने मिलकर विशेषज्ञों के आने-जाने का खर्च उठाया.
बीजिंग में गुरुवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह उम्मीद करता हे कि अमेरिका इस मामले से कानून के अनुसार निपटेगा. उसने अमेरिका पर तिल का ताड़ बनाने का आरोप लगाया. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी पक्ष इस मामले से कानून के अनुसार निपटेगा.