वाशिंगटन: क्रिस्टीन ब्लेजी फोर्ड राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद के लिए नामित ब्रेट कावानाह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सीनेट की न्यायपालिका समिति के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हो गयी हैं. उनके वकील ने शनिवार को यह जानकारी दी.
दोनों पक्ष अब यह बातचीत कर रहे हैं कि सुनवाई किस तारीख को और किस वक्त होगी. ब्रेट कावानाह के भविष्य का फैसला काफी कुछ इस सुनवाई पर निर्भर करेगा.
कावानाह ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज किया है और आरोप लगने के पहले ही दिन से वह ससंदीय समिति के समक्ष गवाही देने के लिए तैयार हैं.
फोर्ड के दो वकीलों डेब्रा काट्ज और लीजा बैंक्स ने सांसद चक ग्रैसली को ई-मेल किया, ‘डॉ फोर्ड ने बेट कावानाह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पूरी जानकारी देने के समिति के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है.’
सीनेटर ग्रैसली सीनेट की न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष हैं. दोनों वकीलों ने गवाही का वक्त तय करने के लिए और वक्त मांगा है.
व्हाइट हाउस ने इस पर कहा कि यह देरी करने की एक चाल भी हो सकती है. व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘फोर्ड की ओर से यह जवाब हमें अब भी स्पष्ट नहीं है. वह कहती हैं कि वह गवाही देना चाहती हैं, साथ ही कहती हैं कि वह अभी भी बातचीत करना चाहती हैं. जब तक वास्तव में कोई सहमति नहीं बनती, यह देर करने की एक चाल हो सकती है.’
गौरतलब है कि सीनेट की न्यायपालिका समिति की सुनवाई सोमवार को होनी थी, जो फिलहाल टलगयीहै. विपक्षी डेमोक्रेट्स ने फोर्ड के फैसले को ‘साहसी’ करार दिया.