बेलग्रेड : भारत और सर्बिया ने शनिवार को हर तरह के आतंकवाद से लड़ने का संकल्प व्यक्त करते हुए रक्षा विनिर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी और अवसंरचना क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिस के साथ मुलाकात के दौरान इन मुद्दों पर सहमति बनी. नायडू शुक्रवार को यहां पहुंचे. सर्बिया पैलेस में राष्ट्रपति वुसिस ने उनका स्वागत किया. नायडू की यात्रा के दौरान दोनों पक्षों के बीच पौधों के स्वास्थ्य और उन्हें बीमारियों से बचाने तथा संशोधित हवाई सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किये गये.
नायडू ने एक वक्तव्य में कहा कि पौधों के स्वास्थ और उन्हें बीमारियों से बचाने के क्षेत्र में सहयोग के समझौते से दोनों देशों के बीच कृषि उत्पादों का व्यापार बढ़ेगा. इसके साथ ही, भविष्य में सर्बिया और भारत के बीच सीधी विमान सेवा शुरू होने से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. दोनों नेताओं के बीच बातचीत में कई मुद्दे उठे. उन्होंने आपसी हितों के क्षेत्र में सहयोग और तेज करने पर सहमति जतायी.
नायडू ने कहा कि भारत और सर्बिया का संयुक्त राष्ट्र और दूसरे बहुपक्षीय मंचों पर काफी करीबी सहयोग रहा है. हमारे बीच इस बात पर सहमति बनी है कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार करने की जरूरत है, ताकि इसमें आज की वास्तविकता को प्रतिबिंबित किया जा सके और वर्तमान वैश्विक चुनौतियों से निपटा जा सके. यह मुद्दा लंबे समय से लटका हुआ है.
बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने पर सहमति जतायी. नायडू ने कहा कि आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में दोनों पक्ष कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, रक्षा विनिर्माण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, ढांचागत क्षेत्र, पर्यटन और औषधि क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए हैं.
उन्होंने कहा कि भारत आने वाले समय में सर्बिया के साथ और करीबी सहयोग की अपेक्षा करता है. नायडू ने भारतीयों द्वारा सर्बिया की अल्पावधि यात्रा पर वीजा आवश्यकता समाप्त करने पर राष्ट्रपति वुसिस को धन्यवाद दिया.