जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका की पुलिस ने भारतीय मूल के विवादित कारोबारी गुप्ता के जोहानिसबर्ग स्थित आलीशान घर में छापा मार तीन लोगों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. गुप्ता परिवार पर राष्ट्रपति जैकब जुमा के कार्यकाल के दौरान हुए कथित घोटाले में शामिल रहने का आरोप है. इस विवाद के बाद जुमा पर पद छोड़ने का दबाव बन गया है.
पुलिस की उच्च स्तरीय अपराध इकाई हॉक्स ने जारी बयान में कहा कि व्रेडे फार्म जांच के सिलसिले में सैक्सनवोल्ड में स्थित गुप्ता परिवार के घर पर छापेमारी की गयी. इस दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया तथा दो अन्य लोगों के अभी आत्मसमर्पण करने का अनुमान है. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तीनों गिरफ्तार लोग गुप्ता परिवार के सदस्य हैं. गुप्ता बंधु अतुल, राजेश और अजय दक्षिण अफ्रीका में श्वेत शासन समाप्त होते ही 1993 में वहां चले गये थे. गुप्ता परिवार कंप्यूटिंग, खनन, विमानन, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और मीडिया समेत कई क्षेत्रों में कारोबार करता है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक गुप्ता बंधु 75 वर्षीय जुमा के करीबी मित्र हैं. जुमा का बेटा, बेटी और उनकी एक पत्नी गुप्ता बंधु की कंपनी में काम भी करते हैं.
व्रेडे फार्म जांच फ्री स्टेट में व्रेडे के नजदीक स्थित एस्टिना डेयरी से जुड़ा है. इसे गरीब अश्वेत किसानों की मदद के लिए बनाया गया था. आरोप है कि गुप्ता परिवार ने इस डेयरी से लाखों डॉलर की कमायी की. हालांकि, गुप्ता परिवार इससे इनकार करता रहा है. इस बीच दक्षिण अफ्रीका की सत्तारूढ़ पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) ने जुमा को इस्तीफा देने के लिए बुधवार दिन भर का समय दिया है. इस्तीफा नहीं देने पर जुमा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है. गुप्ता परिवार के साथ ही जुमा ने भी कुछ भी गलत करने से इनकार किया है. एएनसी के प्रमुख जैकसन म्थेंबू ने कहा कि राष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवारको सुनवाई होगी. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश के उपलब्ध होने की स्थिति में सिरिल रामाफोसा को गुरुवारको नया राष्ट्रपति चुना जा सकता है. रामाफोसा दिसंबर में जुमा की जगह एएनसी के अध्यक्ष बने थे.