आज दुनिया में जहां चीन में बने इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों का बोलबाला है, वहीं एक क्षेत्र ऐसा भी है, जिसने चीन के बाजार को चुनौती दे डाली है. यह क्षेत्र और कोई नहीं, बल्कि भारतीय मसालों का बाजार है. भारत के मसालों ने चीन के बाजार में धूम मचा दी है.
इसका खुलासा हुआ 11/11 को आयोजित ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल के बाद अलीबाबा के शॉपिंग ट्रैक रिकॉर्ड से. इतना ही नहीं चीन के वार्षिक शॉपिंग इवेंट ‘द सिंगल्स डे’ के मौके पर भारतीय खाने की काफी मात्रा में बिक्री हुई. इस शॉपिंग कार्निवल में 30 अरब डॉलर से अधिक का व्यापार हुआ. मसालों के बाद भारत में बने कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट भी काफी डिमांड में रहे. इसके अलावा भारतीय कपड़े और होम डेकोर प्रॉडक्ट की भी काफी बिक्री हुई. शॉपिंग इवेंट के दौरान विश्व के लाखों कंज्यूमर्स ने कई तरह के सामान खरीदे, जिनमें से अधिकांश चीन में निर्मित थे. इसके बाद लोगों ने भारत, यूरोप और अमेरिका में निर्मित और उत्पादित सामानों में अपनी रूचि दिखायी.
लोगों के बीच भारतीय ग्रोसरी आइटम, रेडीमेड फूड और आयुर्वेदिक कॉस्मेटिक ब्रैंड की काफी डिमांड रही. अलीबाबा की ताओबाओ डॉट कॉम, जेडी डॉट कॉम और अन्य इंटरनेट मार्केट प्लेस से मिली जानकारी के अनुसार, फेस्टिवल में एमडीएच मसाला, हल्दीराम, डाबर, पतंजलि, अमूल, गिट्स, टाटा टी और हिमालय जैसे भारतीय ब्रांड के प्रॉडक्ट काफी मात्रा में बिके.
चीन के कई शहरों में है भारतीय दुकानें
चीन के कई शहरों में 100 से ज्यादा भारतीय सामान की दुकानें हैं. इन दुकानों को चलाने वाले स्थानीय लोग हैं, जो अपना सामान ऑनलाइन भी बेचते हैं. शॉपिंग फेस्टिवल के मौके पर ये दुकानें ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर कंज्यूमर्स को जबर्दस्त डिस्काउंट देती हैं, जिससे लोग इस दौरान काफी शॉपिंग करते हैं. अलीबाबा के अनुसार, इसकी एक दिन की बिक्री का आंकड़ा शनिवार को 25.35 बिलियन डॉलर को छू गया. यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 39 प्रतिशत ज्यादा है.
दुनिया में हैं भारतीय सामान के कद्रदान
ऐसा नहीं है कि इस ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल में सिर्फ चीन के लोगों ने ही भारतीय मसाले और सामानों में अपनी रूचि दिखायी हो. भारतीय सामान खरीदने वालों में पाकिस्तान, जापान, अरब और यहां तक कि यूरोप के लोगों की भी बड़ी संख्या रही. आजादी से पहले भी भारत से सबसे अधिक मसालों का व्यापार होता था. पुर्तगालियों ने भारतीय मसालों को पूरे विश्व में प्रसिद्ध किया था.