वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है वह पाकिस्तान, चीन, अमेरिकाऔर रूस सहित सभी देशों से परमाणु हथियारों के पूर्ण सफाये के पक्षधर हैं, क्योंकि परमाणु हथियार दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है. ट्रंप ने गुरुवार को न्यू जर्सी के बैडमिंस्टर में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त बनाना चाहूंगा. उन्होंने कहा कि जब तक परमाणु हथियार मुक्त दुनिया का उनका लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता, तब तक अमेरिका इस धरती पर सबसे शक्तिशाली परमाणु संपन्न राष्ट्र बना रहेगा. एक सवाल के उत्तर में ट्रंप ने कहा, ‘पहला आदेश जो मैंने अपने जनरलों को दिया है वह यह कि मैं चाहता हूं कि हमारा परमाणु हथियारों का शस्त्रागार दुनिया में सबसे बड़ा और श्रेष्ठ होना चाहिए.’ ट्रंप की इस मंशा के बीच एक अमेरिकी थिंक टैंक ने कहा कि पाकिस्तान बलूचिस्तान में एक भूमिगत गोदाम बना रहा है जिसमें परमाणु हथियार रखे जा सकते हैं. दी इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी ने बुधवार को सैलेटलाइट तसवीरों और जांच के बाद यह बयान जारी किया है.
संस्था के अनुसार, पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में बनाये जा रहे इस भूमिगत गोदाम में परमाणु हथियारों के साथ ही बैलेस्टिक मिसाइल भी रखी जा सकेगी. पाकिस्तान सरकार ने अभी तक आधिकारिक रूप से ऐसे किसी गोदाम को बनाने की घोषणा नहीं की है. अमेरिकी थिंक की रिपोर्ट डेविड एलब्राइट, सारा बर्कहार्ड, एलीसन लैच और फ्रैंस पैबियन ने लिखी है. उनके अनुसार, इसका मकसद परमाणु युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को मजबूत बनाना हो सकता है.
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए मिसाइल के प्रयोग को सबसे उत्तम मानती है. इस गोदाम के आकार-प्रकार को देख कर लगता है कि पाकिस्तान अपने परमाणु जखीरे का एक हिस्सा यहां रखनेवाला है. मालूम हो, बलूचिस्तान में लंबे समय से पाकिस्तान से आजादी की मांग उठती रही है. ऐसे में इस इलाके में परमाणु हथियार रखना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन पाकिस्तान की पहली प्राथमिकता इन हथियारों को पहाड़ों के बीच किसी ऐसी सुरक्षित जगह पर रखना है जहां भारत या अन्य पड़ोसी देशों की इन तक पहुंच मुश्किल हो.