37.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

WB News : पानागढ़ में अवैध रूप से तालाब को भर कर भू-माफिया द्वारा किया जा रहा व्यवसाय

राज्य सरकार तालाबों को भराई के खिलाफ मुहिम चला रही है वही इतनी बड़ी तालाब को दिन दहाड़े अवैध रूप से भर कर तालाब के अस्तित्व को ही मिटा दिया गया है. स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी.

पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सख्त निर्देश के बाद भी पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा के विश्व कर्मा मंदिर इलाके में मौजूद तालाब को अवैध रूप से भर कर उसपर पुराने वाहनों का कारोबार बिना रोकटोक जारी है. इस दिशा में मौजूद भूमि और भूमि राजस्व विभाग के अधिकारी और ब्लॉक प्रशासन भी मौन है. लेकिन इस घटना के प्रकाश में आने के बाद अब भी ब्लॉक प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है. आज एक अन्य जगह पर हो रहे सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण की खबर के बाद कांकसा बीडीओ परना दे, कांकसा ग्राम पंचायत प्रधान सुमना साहा, पंचायत सदस्य भोलू विश्वकर्मा, पंचायत सदस्य आनंद कुमार आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे. इस दौरान बीडीओ ने अवैध रूप से चल रहे सरकारी जमीन पर निर्माण कार्य बंद करवा दिया.

कांकसा बीएलआरओ को दिया जांच का आदेश

वही एक बीघा तालाब की भूमि को अवैध रूप से भर दिए जाने की घटना को लेकर भी कांकसा बीएलआरओ को जांच का आदेश दिया है. इस दौरान बीडीओ ने अवैध भूमि को भरे जाने वालों के खिलाफ जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उपयुक्त कार्यवाई करने का आश्वाशन दिया है. बताया जाता है की सरकारी जमीन पर जल्द ही पानागढ़ शहर के कचड़ा डंपिंग हेतु यहां साइड बनाया जायेगा. बताया जाता है की कांकसा थाना इलाके के पानागढ़ गमुड़ा के पीछे मौजूद प्लाट नंबर 3936 जिसका जेएल नंबर 086 है. यह भूमि सरकारी खाते में तालाब की श्रेणी में दर्ज है. इस तालाब का परिमान 0.34 है. यानी करीब एक बीघा . इस तलाब की भूमि वर्तमान में दस लोगों के नाम पर मौजूद है.

Also Read: Bengal News : जल्द ही अब पानागढ़ स्टेशन पर रुकेंगी अप बाघ और डाउन रक्सौल मिथिला एक्सप्रेस ट्रेन 
स्थानीय लोगों का आरोप है की अवैध रुप से किया जा रहा है कारोबार

बताया जाता है की उक्त तालाब को पूरी तरह से अवैध रूप से भर कर इस पर कबाड़ी का कारोबार किया जा रहा है. एक और जहां राज्य सरकार तालाबों को भराई के खिलाफ मुहिम चला रही है वही इतनी बड़ी तालाब को दिन दहाड़े अवैध रूप से भर कर तालाब के अस्तित्व को ही मिटा दिया गया है. स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. इसे लेकर स्थानीय लोगों में घोर आक्रोश काफी दिनों से है. स्थानीय लोगों का आरोप है की अवैध रूप से इस विशाल तालाब को बंद कर यहां कबाड़ी के पुराने पार्ट्स का कारोबार किया जा रहा है. सरकार और संबंधित विभाग की आखों में धूल झोंककर इस तालाब को बंद कर दिया गया है.

Also Read: PHOTOS : पानागढ़ में बेस्ट थीम पर तैयार किये गये पूजामंडप और दुर्गा प्रतिमा की देखे तस्वीरें…
सरकारी दस्तावेज में मौजूद तालाब मौके से गायब

सरकारी कागजात में अब भी इस बात का प्रमाण मिलता है की यह भूमि स्वाभाविक रूप से तालाब है जबकि उक्त तालाब को अभी खोजने पर उसका नामों निशान तक मिटा दिया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है की भू माफियाओं का यह हरकत वास्तविक रूप में सोचनीय है. जो सरकारी दस्तावेज में मौजूद तालाब को ही मौके से गायब कर वहां व्यवसायिक कारोबार किया जा रहा है. घटना को लेकर कांकसा प्रधान सुमना साहा ने कहा की मामले की जांच कर उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी. वही तृणमूल के ब्लॉक नेता संदीप सिंह महल उर्फ रिंकू का कहना है की जल्द ही उक्त तालाब को पुनः खुदाई हेतु ब्लॉक प्रशासन को शिकायत की जायेगी. तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जायेगी. दूसरी ओर भाजपा के पंचायत सदस्य आनंद कुमार ने भी कहा की इस तरह अवैध रूप से किसी तालाब को भरना उचित नहीं. इस पर प्रशासन को इस कार्य में लगे लोगों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए.

Also Read: West Bengal : तीन ट्रेनों का पानागढ़ में ठहराव, अप सियालदह-बलिया एक्सप्रेस को सांसद ने दिखायी हरी झंडी

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें