सरिया प्रखंड क्षेत्र के पुरनीडीह पंचायत के रत्नाडीह गांव में 32 हाथियों का झुंड सोमवार की देर रात पहुंचा. उनके चिंघाड़ से ग्रामीण सहम गये. झुंड ने कई किसानों की चहारदीवारी को तोड़ फसलों को रौंद दिया. वहीं खेतों में लगा धान की फसल को चट कर गये. भुक्तभोगी किसानों ने बताया कि सोमवार की रात लगभग 12 बजे हाथियों की चिंघाड़ से उनकी नींद खुली. इसकी सूचना सरिया वन विभाग को दी गयी. झुंड ने धान की फसल के साथ-साथ आलू, बैंगन, गेंहू, टमाटर आदि की फसल को खेत में ही नुकसान पहुंचाया. भुक्तभोगी किसान बिरेंद्र महतो, दुलारी देवी, डेग नारायण महतो, सुरेश प्रसाद, अवध किशोर प्रसाद, प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, कृपा महतो, भोला महतो आदि ने बताया कि प्रत्येक वर्ष दो-तीन माह हाथियों के आतंक से वह परेशान रहते हैं. मेहनत कर खेतों में फसल लगाते हैं, लेकिन हाथी उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं. नुकसान की जानकारी वन विभाग को देने के बाद भी आज मुआवजा नहीं मिला है. वन विभाग के वरीय अधिकारी भी सिर्फ आश्वासन देते हैं.
हाथियों को खदेड़ने का हो रहा प्रयास
इस संबंध में वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम ने बताया कि हाथियों का झुंड सोमवार को सरिया वन प्रक्षेत्र में प्रवेश किया है. उसे सीमा क्षेत्र से बाहर निकालने का कार्य किया जा रहा है. कहा कि वैसे किसान जिन्होंने फसल नुकसान का आवेदन दिया है, उनका भुगतान किया गया है. अप्रैल 2023 के बाद विभाग को प्राप्त आवेदन का आवंटन नहीं मिला है. जल्द ही पीड़ित किसान को भुगतान किया जायेगा. कहा कि किसी किसान का हाथियों से फसल नुकसान के बाद विभाग को लिखित जानकारी देने पर मुआवजा नहीं मिला है तो वह कार्यालय में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
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