15.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Chhath Puja 2022: छठ महापर्व के चारों दिन का जानें महत्व, जानें हर दिन की मान्यता

ऊर्जा, प्रकाश, शक्ति और चेतना के असीम स्रोत भगवान सूर्य चर और अचर जगत में गति, प्रगति और विकास के वाहक हैं. लोक आस्था के महापर्व छठ में सूर्योपासना के जरिये लोग सुख-समृद्धि और आरोग्य की कामना करते हैं.

चार दिवसीय नहाय-खाय के साथ आज से छठ महापर्व शुरू हो रहा है. और इस महापर्व में हर दिन का अलग अलग महत्व और मान्यता होती है. जिसे हम सबको जानना जरूरी है. इस पर्व में भागवान सूर्य को अर्घ दिया जाता है. ऊर्जा, प्रकाश, शक्ति और चेतना के असीम स्रोत भगवान सूर्य चर और अचर जगत में गति, प्रगति और विकास के वाहक हैं. लोक आस्था के महापर्व छठ में सूर्योपासना के जरिये लोग सुख-समृद्धि और आरोग्य की कामना करते हैं. आडंबरविहीन, प्रकृति से अनुराग, स्वच्छता और सामूहिकता से ओत-प्रोत छठ महापर्व सचमुच पूरी दुनिया में अनूठा है.

नहाय-खाय

नहाय-खाय का अर्थ है स्नान कर भोजन करना. शरीर को शुद्ध कर सूर्योपासना के लिए तैयार किया जाता है. व्रती नदी या तालाब में स्नान कर कच्चे चावल का भात, चनादाल और कद्दू (लौकी या घीया) प्रसाद के रूप में बनाकर ग्रहण करती हैं. इस साल अनुराधा नक्षत्र व सौभाग्य-शोभन योग के युग्म संयोग में नहाय-खाय होगा.

खरना या लोहंडा

36 घंटे के निर्जला अनुष्ठान के संकल्प का दिन. इसमें व्रती पूरे दिन निर्जला उपवास कर सायंकाल में पूजा कर प्रसाद ग्रहण करेंगी. मिट्टी के चूल्हे पर गाय के दूध व गुड़ से निर्मित खीर, ऋतुफल का प्रसाद व्रती द्वारा खुद बनाने की परंपरा है. मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर से लेकर मन तक शुद्ध हो जाता है.

अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ

केवल छठ में ही डूबते सूर्य को अर्घ देने का प्रावधान है. ऐसी मान्यता है कि सायंकाल में सूर्यदेव और उनकी पत्नी देवी प्रत्युषा की भी उपासना की जाती है. जल में खड़े होकर सूप में फल, ठेकुआ आदि रख कर अर्घ देने की परंपरा है. इस साल सुकर्मा योग, रवियोग व सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा.

उगते सूर्य को अर्घ

माना जाता है कि जल में कमर तक खड़े होकर सूर्य को अर्घ देने की परंपरा महाभारत काल से शुरू हुई. सप्तमी तिथि को व्रती जल में कमर तक खड़े होकर भगवान सूर्यदेव को जल अर्पित करते हैं. अर्घ देने से कुंडली में सूर्य मजबूत होते हैं. पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र व धृति योग के साथ रवियोग में दूसरा अर्घ होगा. इसके साथ चार दिवसीय पर्व का समापन.

Sameer Oraon
Sameer Oraon
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया से बीबीए मीडिया में ग्रेजुएट होने के बाद साल 2019 में भारतीय जनसंचार संस्थान दिल्ली से हिंदी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा किया. 5 साल से अधिक समय से प्रभात खबर में डिजिटल पत्रकार के रूप में कार्यरत हूं. इससे पहले डेली हंट में भी बतौर प्रूफ रीडर एसोसिएट के रूप में भी काम किया. झारखंड के सभी समसमायिक मुद्दे खासकर राजनीति, लाइफ स्टाइल, हेल्थ से जुड़े विषय पर लिखने और पढ़ने में गहरी रूचि है. तीन साल से अधिक समय से झारखंड डेस्क पर काम किया. फिर लंबे समय तक लाइफ स्टाइल डेस्क पर भी काम किया. इसके अलावा स्पोर्ट्स में भी गहरी रूचि है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel