दुनिया जितनी डिजिटल होती जा रही है उतनी ही ऑनलाइन फ्रॉड और स्पैम से जुड़े मामलों में बढ़ोत्तरी भी होते जा रही है. ऐसे में स्पैम कॉल और मैसेज से लोगों को बचाने के लिए प्राइवेट टेलिकॉम कंपनी एयरटेल ने एक एडवांस टेकनलॉजी फ्रॉड डिटेक्शन सॉल्यूशन (Fraud Detection Solution) लॉन्च कर दी है. इस टेक्नोलॉजी की मदद से यूजर्स को मैसेज से लेकर ई-मेल, व्हाट्सएप, सोशल मीडिया अकाउंट और अन्य साइटस पर आने वाले फ्रॉड व मैलिशियस वेबसाइट्स को पहचान कर एयरटेल तुरंत ब्लॉक कर देगा. इस टेक्नोलॉजी को कंपनी ने अपने सभी एयरटेल मोबाइल और ब्रॉडबैंड यूजर्स के लिए फ्री में शुरू कर दिया है.
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कैसे काम करेगा ये टेक्नोलॉजी
दिन-ब-दिन बढ़ते स्कैम के मामलों को देखते हुए एयरटेल ने एक AI बेस्ड मल्टी-लेयर इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म तैयार किया है. एयरटेल का ये टेक्नोलॉजी यूजर्स के ई-मेल से लेकर सोशल मीडिया अकाउंट, ब्रॉउजर और एसएमएस पर ऑटोमैटिक तरीके से एक्टिव रहेगा. ऐसे में जैसे ही एयरटेल यूजर ऐसे वेबसाइट को ओपन करने की कोशिश करेंगे, जिसे पहले से ही कंपनी की सिक्योरिटी सिस्टम ने ‘मैलिशियस’ के तौर पर फ्लैग किया हुआ है. वैसे ही उस वेबसाइट का पेज लोड नहीं होगा और यूजर को एक नए सेफ्टी पेज पर रीडायरेक्ट कर दिया जाएगा, जहां उन्हें पेज के ब्लॉक होने का कारण सही से बताया जाएगा.
यूजर्स को होगा ये फायदा
ऑनलाइन फ्रॉड अब सिर्फ OTP स्कैम या फर्जी कॉल तक ही नहीं रह गया है, बल्कि फेक लिंक, सोशल मीडिया स्कैम्स और मैलिशियस वेबसाइट्स के खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में एयरटेल की इस नई पहल से अब एयरटेल यूजर्स को ऑनलाइन स्कैम, साइबर फ्रॉड और फिशिंग अटैक से सुरक्षा मिलेगी. चाहे फिर वे कोई भी एप या साइट का इस्तेमाल कर रहे हैं. एयरटेल की यह नई AI टेक्नोलॉजी एयरटेल यूजर्स को सभी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम से बचाएगा. यह टेकनलॉजी खुद से मैलिशियस वेबसाइट्स और फ्रॉड साइटस की पहचान कर उन्हें ब्लॉक कर देगा.
यूजर्स को सेफ्टी का पूरा भरोसा देगा AI टूल : वाइस चेयरमैन
इस नई टेक्नोलॉजी को लेकर भारतीय एयरटेल के वाइस चेयरमैन ने और मैनेजिंग डाइरेक्टर गोपाल विट्टल ने कहा कि, “पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन स्कैम में बढ़ोत्तरी हुई है. ऐसे में हमारे इंजीनियरों ने इस समस्या के समाधान के लिए फ्रॉड डिटेक्शन सॉल्यूशन तैयार किया है. हमें विश्वास है कि यह सॉल्यूशन हमारे यूजर्स को इंटरनेट ब्राउज़ करते समय सेफ्टी का पूरा भरोसा देगा और स्कैम का डर खत्म करेगा. हमारा AI आधारित टूल इंटरनेट ट्रैफिक को स्कैन कर ग्लोबल रिपॉजिटरीज़ और हमारे अपने थ्रेट डेटाबेस से तुलना करता है और रियल टाइम में फ्रॉड वेबसाइट्स को ब्लॉक करता है. छह महीने की ट्रायल अवधि में इसने उल्लेखनीय सटीकता हासिल की है. हम तब तक काम करना जारी रखेंगे जब तक हमारे नेटवर्क पूरी तरह से स्पैम और स्कैम से सुरक्षित नहीं हो जाते.”
कहां शुरु हुई ये सर्विस?
एयरटेल ने अपनी यह नई सर्विस फिलहाल के लिए हरियाणा सर्कल में शुरू किया है. लेकिन जल्द ही कंपनी इस टेक्नोलॉजी को देश के अलग-अलग जगहों पर शुरू करेगी.
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