सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहाड़ों पर पंचायत चुनाव और गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) चुनाव कराने के संकेत दिये हैं. ममता बनर्जी ने मंगलवार को कुर्सियोंग में आयोजित एक कार्यक्रम में यह संकेत दिये. बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाये जाने पर भी उन्होंने बयान दिया.
तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पहाड़ी क्षेत्र के नेताओं से अपील की कि वे पहाड़ पर जारी विवाद को हल करने के लिए संसदीय राजनीतिक समाधान की एक योजना बनायें. उसके बाद राज्य में पंचायत चुनाव कराये जायेंगे. प्रदेश में गोरखा टेरिटोरयल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के चुनाव भी करा लिये जायेंगे.
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पहाड़ पर रहने वालों की वजह से कोई समस्या नहीं है. बाहरी लोग यहां आकर समस्याएं खड़ी करते हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण हल चाहती हैं. वह बाहरी शक्तियों को पश्चिम बंगाल के किसी कोने में माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं देंगी.
BSF के अधिकार क्षेत्र का ममता ने किया विरोध
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र में की गयी वृद्धि का भी तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार फिर विरोध किया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कोई अशांति नहीं है. बंगाल की सीमा पर पूर्ण शांति है. ममता बनर्जी ने कहा कि वह सुरक्षा बलों का सम्मान करती हैं, लेकिन लोगों की सुरक्षा के नाम पर बंगाल की जनता को परेशान करने की इजाजत उन्हें नहीं दी जायेगी.
ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में केंद्र सरकार को एक पत्र भी लिखा है. अपने पत्र में तृणमूल सुप्रीमो ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने संबंधी केंद्र सरकार के आदेश का विरोध किया है. उन्होंने पत्र में कहा है कि बंगाल की सीमाओं पर पूर्ण शांति है. बीएसएफ के जवानों को सीमा के अंदर शहरों में आकर लोगों को परेशान करने की छूट नहीं दी जा सकती.
Posted By: Mithilesh Jha