आइएनटीटीयूसी के कुछ नेताओं का गरीबों एवं श्रमिकों के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं है. यह लोग तो बस मालिकों के साथ मिलीभगत कर अपनी जेगें गरम करने में लगे हुए हैं. श्री दासगुप्ता ने आगे कहा कि सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के विभिन्न गद्दियों में काम करने वाले श्रमिकों की हित अनदेखी करआइएनटीटीयूसी नेताओं ने मालिकों के साथ समझौता कर लिया.
इस मामले में लाखों रुपये का लेन-देन हुआ है. इसी तरह फूलबाड़ी स्थित एक रीफिलिंग प्लांट से भी आइएनटीटीयूसी नेताओं ने पैसे बनाये हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि फूलबाड़ी के उस रीफिलिंग प्लांट में कुल 118 स्थायी कर्मचारी थे. अब इन सभी को अस्थायी कर्मचारी बना दिया गया है. आइएनटीटीयूसी के कई बड़े नेता इस गड़बड़झाले में शामिल हैं. श्री दासगुप्ता ने इस मामले को लेकर पूर्व दार्जिलिंग जिला तृणमूल अध्यक्ष तथा सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्ष के नेता रंजन सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने रंजन सरकार पर आइएनटीटीयूसी से संबंधित फाइलों को गायब करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में चोरी की घटना घटी थी. चोर आइएनटीटीयूसी से संबंधित फाइल ले गये हैं. उन्होंने इस मामले को षड्यंत्र करार दिया और कहा कि एक साजिश के तहत आइएनटीटीयूसी के फाइन गायब कराये गये हैं.
उन्होंने आगे कहा कि आइएनटीटीयूसी की आड़ में अवैध उगाही करने वाले तमाम नेताओं की जानकारी पार्टी के जिला अध्यक्ष तथा राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव को दे दी गई है. वह भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. श्री दासगुप्ता ने आगे कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर गरीब लोगों एवं असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए ही केजुअल ऐंड कंट्रेक्ट लेबर यूनियन का गठन किया गया है. 21 अप्रैल को कोलकाता में बैठक के बाद यह यूनियन बनाने का निर्णय लिया गया. संगठन के राज्य अध्यक्ष प्रदीप बनर्जी हैं. उन्होंने आगे कहा कि आइएनटीटीयूसी नेताओं के अवैध उगाही के खिलाफ आने वाले दिनों में वह लोग बड़ा आंदोलन करेंगे. संवाददाता सम्मेलन में राजू यादव, तथा पलटन यादव भी उपस्थित थे.