सिलीगुड़ी : शनिवार को मासिक बोर्ड बैठक के दौरान सदन में तृणमूल पार्षदों के हाथों घायल होने के बाद सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भरती नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य को रविवार छुट्टी मिल गयी. लेकिन तृणमूल के दो वार्ड पार्षद रंजन सरकार व नांटू पाल अब भी अस्पताल में भरती हैं. रविवार शाम राज्य के पर्यटन मंत्री सह तृणमूल जिलाध्यक्ष गौतम देव दोनों पार्टी पार्षदों को देखने सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंचे.
अस्पताल से लौटने के बाद मेयर अशोक भट्टाचार्य काफी चिंतित हैं. परिवार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उनकी दैनिक खुराक में भी कमी आयी है. अस्पताल से लौटने के बाद से एकांत में चले गये हैं. दूसरी तरफ, राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव अपने पार्षदों को देखने अस्पातल पहुंचे, पर पास में ही भरती मेयर को देखने नहीं गये. यह बात भी माकपाइयों को खटक रहा है. माकपाइयों का आरोप है कि राज्य सरकार का मंत्री होने के बावजूद वे भेदभाव कर रहे हैं. घटना के पूरी जानकारी के लिये उन्हें दोनों पक्षों से मुलाकात करनी चाहिए.
माकपाइयों का आरोप है कि गौतम देव तृणमूल के जिलाध्यक्ष है. उनकी सहमति के बिना पार्टी के सदस्य इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सकते. मेयर पर हमला करने में उनकी भी पूरी सहमति है.
आरोपों को खारिज करते हुए मंत्री गौतम देव ने कहा कि वामो की यह पुरानी राजनीति है. मेयर घायल होने का नाटक कर रहे हैं, तृणमूल वार्ड पार्षदों पर हमला हुआ है. मेयर को कहीं चोट नहीं लगी, जिसकी वजह से उन्हें एक ही दिन में अस्पताल से छोड़ दिया गया. वहीं तृणमूल के दो पार्षद अभी भी अस्पताल में भरती हैं. उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था करायी जायेगी.
अस्पताल से लौटने के बाद मेयर सह विधायक अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि किसने, किस पर हमला किया यह जग जाहिर है. पत्रकारों की मौजूदगी में तृणमूल की ओर से हमला किया गया. अस्पताल से लौटा हूं. सिलीगुड़ी की राजनीति में हुए आश्चर्यजनक बदलाव से चिंतित हूं. इस घटना के खिलाफ क्या कदम उठाया जायेगा, यह पार्टी तय करेगी.