दुकानदार ने कुछ समय लगने की बात कही. इतना सुनते ही बदमाश उत्तेजित हो उठा और अपनी पेंट से अचानक पिस्तौल निकाल कर चाउमिन बिक्रेता की ओर तान दिया. चाउमिन बिक्रेता कुछ समझ पाता उससे पहले ही बदमाश ने गोली दाग दी. बिक्रेता ने सुझ-बूझ का परिचय दिया और अपनी जगह पर ही बैठ गया. बांये कंधे के एकदम नजदीक से गोली निकल गयी.
गोली की आवाज सुनते ही सादी वरदी में ड्यूटी कर रहे सब-इंस्पेक्टर ललित चंद्र ने साहस दिखाया और बदमाश को पकड़ने के लिए दौड़ लगायी. वह बदमाश को धर दबोचते उससे पहले ही बदमाश ने एकबार फिर पिस्तौल से गोली चला दी. श्री चंद्र के पांव पर गोली लगी. पिस्तौल धारी बदमाश अपने अन्य साथियों के साथ विसर्जन के भीड़-भाड़ में मिलकर सबको चकमा देकर फरार हो गया. खबर पाते ही सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की कमिश्नर सीएच लेप्चा, प्रधाननगर थाना के प्रभारी अनिर्वान भट्टाचार्य व अन्य पुलिस अधिकारियों को साथ लेकर मौका-ए-वारदात पर पहुंची. जख्मी सब-इंस्पेक्टर ललित चंद्र को इलाज के लिए एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. आज उन्हें नर्सिंग होम से छोड़ दिया गया. फिलहाल जख्मी पुलिसकर्मी स्वस्थ हैं और अपने घर में आराम कर रहे हैं. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कुछ महिनों से मिलनमोड़, देवीडांगा और चंपासारी इलाके में माफिया गिरोह के युवकों का बहुत आतंक है. बालू-पत्थर से भी जुड़े माफियाओं के अत्याचार व दादागिरी से इलाकेवासी काफी पहले से ही डरे-सहमे रहते हैं. इन दिनों दुर्गोत्सव को लेकर इलाके के दुकानदार और वासिंदा गुंडा टैक्स वसूली से काफी परेशान थे. गुरूवार को भी एक माफिया गिरोह के कुछ बदमाश शाम से ही धड़ल्ले से शराब पी रहे थे और स्थानीय दुकानदारों, फुटपाथ पर फास्ट फुड व अन्य सामानों की दुकान व गुमटी लगाने वालों को परेशान कर रहे थे और विसर्जन का लुत्फ उठा रही युवतियों के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे.