सिलीगुड़ी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दौरे ने सिलीगुड़ी को अस्त-व्यस्त कर दिया. ममता के दौरे की वजह से बुधवार को शहर में दिन भर जाम की समस्या बनी रही. इस वजह से दिन भर बारिश में भींगने के बावजूद सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन की ट्रॉफिक पुलिस, आला अधिकारियों, कांस्टेबलों व सिविक वोलेंटियर को खूब पसीना बहाना पड़ा.
साथ ही ममता बनर्जी के बागडोगरा हवाई अड्डे से कार्यक्रम स्थल तक सिलीगुड़ी के प्रधाननगर स्थित शिक्षण संस्थान सिस्टर निवेदिता मारग्रेट स्कूल तक पहुंचने के लिए ट्रॉफिक पुलिस द्वारा सभी प्रमुख सड़कों के रूट भी सुबह से ही बदल दिये गये. इस वजह से सिलीगुड़ी दार्जिलिंग मोड़, माटीगाड़ा, बागडोगरा के राष्ट्रीय राजमार्ग से बागडोगरा हवाई अड्डा पहुंचनेवाले हवाई यात्रियों, लंबी दूरी वाले बसों और माल वाहक वाहनों को काफी परेशानी हुई.
वहीं, स्कूल बसों में बैठे छात्र-छात्राओं और विभिन्न जगहों से इलाज कराने के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल या फिर सिलीगुड़ी के विभिन्न गैर-सरकारी अस्पतालों तक पहुंचने के लिए मरीजों एवं उनके परिजनों को भी काफी दिक्कतों से दो-चार होना पड़ा. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री और वीआइपी की सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाना पड़ा. विदित हो कि ममता को सिलीगुड़ी में अपने कार्यक्रम स्थल सिलीगुड़ी के सिस्टर निवेदिता मारग्रेट स्कूल तक पहुंचने के लिए बागडोगरा हवाई अड्डे से बागडोगरा, गोंसाईपुर, माटीगाड़ा के शिवमंदिर, मेडिकल मोड़, चांदमणि चाय बागान, दार्जिलिंग मोड़, चम्पासारी मोड़, प्रधाननगर के निवेदिता रोड रूट तय करना पड़ा.
इलाकावासियों को भी हुई परेशानी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सरकारी कार्यक्रम की वजह से कार्यक्रम स्थल के आस-पास रहनेवाले इलाकेवासियों को भी काफी परेशानी हुई. कार्यक्रम स्थल प्रधाननगर के निवेदिता रोड स्थित सिस्टर निवेदिता मारग्रेट स्कूल का इलाका रिहायशी इलाका है. ममता और कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा को लेकर पुलिस काफी सतर्क थी. ममता और कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा में परिंदा भी पर न मार सके इसके लिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गए थे.पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. ममता के आने के समय करीब 45 मिनट के लिए चंपासारी रोड को भी बंद कर दिया गया था. इसकी वजह से चंपासारी,देवीडांगा और मिलनमोड़ कीओर जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जाम में फंसे एक यात्री गणेश प्रधान ने कहा कि इतने बड़े सरकारी कार्यकमों का आयोजन रिहायशी इलाकों में नहीं होना चाहिए.