सोमवार की सुबह विद्यालय के पचास से अधिक छात्राओं ने पुलिस चौकी के सामने सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया. छात्राओं ने बताया कि प्रधानाध्यापक एक अच्छे शिक्षक हैं. बिना गलती पर कभी भी किसी को नहीं मारते. घटना के दिन इलाके के कुछ लोगों ने उन्हें सबके सामने पिटाई की और फिर पुलिस ने भी उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया है. अपने शिक्षक की रिहाई के लिये आज उन लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है.
अविलंब उनके शिक्षक को नहीं छोड़ा गया तो आगामी दिनों में सभी छात्राएं थाने में तब तक बैठी रहेगीं जबतक उनको रिहा नहीं किया जायेगा. बाद में पुलिस चौकी के अधिकारियों ने छात्राओं को समझा बूझा कर वापस भेजा. इस संबंध में न्यू जलपाईगुड़ी पुलिस चौकी प्रभारी दीपांजन दास ने बताया कि विद्यालय की छात्राओं ने शिक्षक की रिहाई के लिये विरोध प्रदर्शन किया था. अदालत ने आरोपी शिक्षक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. 14 सितंबर को जलपाईगुड़ी अदालत में मामले की सुनवायी है. उल्लेखनीय है कि आठ सितंबर को प्रधानाध्यापक छोटू हांसदा पर एक छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने का आरोप लगाकर स्थानीय लोगों ने उनके साथ मारपीट की थी. घटना स्थल पर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन फिर से कइ महिलाओं ने उनके साथ मारपीट की. आरोप है कि उन्होंने भी महिलाओं के साथ मारपीट की थी. पीड़ित छात्रा के परिवार की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था.
अगले दिन उन्हें जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उन्हें 14 तारीख तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में आज एक नया मोड़ देखने को मिला. हालांकि घटना के दिन विद्यालय के अन्य शिक्षकों ने भी छोटू हांसदा का पक्ष लेते हुये कहा था कि वे एक अच्छे शिक्षक है. उन्हें किसी षड़यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है. सोमवार को विद्यालय की बच्चियों ने उनकी रिहाई के लिये विरोध प्रदर्शन किया.