सिलीगुड़ी : सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और चाइल्ड इन नीड इन्सटीच्यूशन (सिनी) ने एक महिला समेत दो मानव तस्करों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. इन दोनों तस्करों को प्रधान नगर थाना पुलिस को सौंप दिया गया है.
पुलिस ने शनिवार को इन्हें सिलीगुड़ी अदालत में पेश कर 14 दिनों की रिमांड मांगी है. दोनों गिरफ्तार मानव तस्कर डुवार्स की नाबालिग आदिवासी लड़कियों को अपना शिकार बनाते थे. सिनी ने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच की मांग की है, ताकि इन तस्करों के चपेट में आयी सभी लड़कियों को बचाया जा सके. पुलिस ने भी उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
प्रधान नगर थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार तस्कर सुशीला लकड़ा और विनोद होरो डुवार्स इलाके के रहनेवाले हैं. पुलिस को अंदेशा है कि ये दोनों देह व्यापार के धंधे से जुड़े हुए हैं. डुवार्स की लड़कियों को ये लोग दिल्ली व मुंबई जैसे शहरों में देह व्यापार के धंधे में जबरन धकेल रहे थे. गिरफ्तार सुशीला और विनोद वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं.
इनकी गिरफ्तारी के लिए इन दोनों को प्रलोभन देकर सिलीगुड़ी बुलाया गया. शुक्रवार की रात एसएसबी, प्रधान नगर पुलिस थाना व गैरसरकारी संगठन सिनी ने एक संयुक्त अभियान चलाकर इन दोनों को सिलीगुड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर धर दबोचा. सिनी के सदस्य अभिजीत दास ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आज से करीब नौ महीने पहले माल महकमा के आशाबाड़ी इलाके की दो लड़कियां एक साथ घर में बिना कुछ बताये कहीं चली गयी थीं. इनमें से एक लड़की 15 दिन पहले घर लौट आयी.
उसके घर लौटने पर सभी ने उससे दूसरी लड़की के बारे में पूछा. उसने बताया कि सुशीला लकड़ा नामक एक महिला काम दिलाने का लोभ देकर दोनों को दिल्ली ले गयी थी. दिल्ली में उन दोनों का शारीरिक शोषण हुआ. कुछ दिन पहले मौका पाकर वह उस दलदल से भागने में सफल रही.
दूसरी लड़की के बारे में कुछ भी पता नहीं है. घर लौटी लड़की ने सुशीला का मोबाइल नंबर दिया. परिवारवालों ने सिनी से सहायता मांगी. सुशीला को पकड़ने के लिए सिनी और एसएसबी ने मिलकर एक योजना बनायी. इसके तहत सुशीला को फोन कर काम दिलाने की गुहार लगायी गयी. सुशीला इस जाल में फंस गयी. वह सिलीगुड़ी आने को तैयार हो गयी. सुशीला व विनोद का शुक्रवार को सिलीगुड़ी पहुंचने का दिन तय हुआ.
योजना के मुताबिक एक महिला भी दिल्ली जाने के लिए बैग के साथ सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन पहुंची. इधर, एसएसबी, प्रधान नगर थाने की पुलिस व सिनी के सदस्य सिलीगुड़ी जंक्शन स्टेशन पर नजर गड़ाये थे. यहां तक कि प्लेटफॉर्म के हॉकर, कुली आदि को भी सतर्क कर दिया गया था. जैसे ही दोनों तस्कर पहुंचे, उन्हें दबोच लिया गया. दोनों तस्करों ने अब भी लापता एक लड़की के बारे में कुछ खास नहीं बताया है.
सिनी सिलीगुड़ी यूनिट के प्रमुख शेखर साहा ने पुलिस से इस मामले की गहन जांच की मांग की है. उन्होंने बताया कि इन दोनों तस्करों के जरिये देह व्यापार या बाल मजदूरी के दलदल में धकेली गयी अधिकांश बच्चियों को बचाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि जो लड़की वापस लौटी है, उसने तो शारीरिक शोषण की बात स्वीकार की है. मेडिकल जांच के बाद यह तय होगा कि उसके साथ बलात्कार हुआ है या नहीं.