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उत्तर बंगाल के नतीजे से बढ़ी तृणमूल की चिंता
सिलीगुड़ी : निकाय चुनाव में पूरे राज्य में भले ही तृणमूल कांग्रेस की आंधी चली हो, लेकिन कूचबिहार, मालदा में पार्टी के बागी नेताओं के तेवर और सिलीगुड़ी में वाम मोरचा की जीत ने तृणमूल नेताओं की चिंता बढ़ा दी है. सिलीगुड़ी नगर निगम पर कब्जा नहीं कर पाने को लेकर पार्टी के जिला अध्यक्ष […]
सिलीगुड़ी : निकाय चुनाव में पूरे राज्य में भले ही तृणमूल कांग्रेस की आंधी चली हो, लेकिन कूचबिहार, मालदा में पार्टी के बागी नेताओं के तेवर और सिलीगुड़ी में वाम मोरचा की जीत ने तृणमूल नेताओं की चिंता बढ़ा दी है. सिलीगुड़ी नगर निगम पर कब्जा नहीं कर पाने को लेकर पार्टी के जिला अध्यक्ष तथा उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव पार्टी नेताओं के निशाने पर हैं.
इसके साथ ही उनके घोर विरोधी माकपा के अशोक भट्टाचार्य की जीत ने उन्हें और मायूस कर दिया है. उत्तर बंगाल के निकाय चुनाव में इस बार तृणमूल कांग्रेस ने वामो से तीन नगरपालिका तूफानगंज, माथाभांगा व गंगारामपुर को छीन लिया है. वहीं, मालबाजार, जलपाईगुड़ी व इंग्लिशबाजार में तृणमूल ने अपना कब्जा बरकरार रखा है. कूचबिहार व ओल्ड मालदा नगरपालिका में निर्दलीय उम्मीदवार तृणमूल के गले की हड्डी बन गये हैं.
उल्लेखनीय है कि चुनाव के पहले तृणमूल ने अपने कुछ बागी नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया था, ये लोग जीत जायेंगे इसकी उम्मीद तृणमूल को नहीं थी.
अब दोनों नगरपालिकाओं में ही बोर्ड गठन के लिए तृणमूल को निर्दलीय के साथ हाथ मिलाना पड़ेगा. कुल मिला कर उत्तर बंगाल 12 नगरपालिकाओं में तृणमूल ने छह नगरपालिकाओं पर कब्जा कर लिया है. सिलीगुड़ी नगर निगम में तृणमूल की विफलता ने मंत्री गौतम देव को दबाव में डाल दिया है. दूसरी ओर, इंग्लिशबाजार नगरपालिका के चुनाव परिणाम से मंत्री कृष्णोंदू चौधरी भी खुश नहीं है. उन्होंने पार्टी में भीतरघात की आशंका व्यक्त की है. कालियागंज में भी तृणमूल का पत्ता पूरी तरह से साफ हो गया है.
कुछ नगरपालिकाओं में भाजपा आगे: वहीं, भाजपा लोकसभा चुनाव की तरह प्रदर्शन नहीं कर पाने के बावजूद कई नगरपालिकाओं में अन्य राजनीतिक दलों से आगे है. भाजपा ने बीते नगरपालिका चुनाव से इस चुनाव में अच्छा परिणाम हासिल किया है. माथाभांगा में भाजपा को एक, सिलीगुड़ी में दो, कालियागंज में एक, ओल्ड मालदा में पांच सीटे मिली हैं.माथाभांगा व कालियागंज नगरपालिका में भाजपा ने अपना पहला खाता खोला है.
वाम मोरचा के प्रदर्शन से लोग चौंके
सिलीगुड़ी में वाम मोरचा को बहुमत से एक सीट की कमी के बावजूद वामो के प्रदर्शन ने सभी को चौका दिया है. वाम मोरचा इस सफलता का क्रेडिट अशोक भट्टाचार्य को दे रहा है, जबकि अशोक भट्टाचार्य ने इस जीत को गणतंत्र की जीत करार दिया है. अब सवाल यह है कि बोर्ड गठन में वामो किसका समर्थन लेगा. एकमात्र विजयी निर्दलीय उम्मीदवार अरबिंद घोष का समर्थन लेने की कोशिश जारी है. इसके अलावा कांग्रेस पर भी नजर टिकी है. बीते चुनाव में कांग्रेस ने ऐसा किया था. वाम मोरचा का समर्थन लेकर बोर्ड गठन किया था.
उत्तर बंगाल में कांग्रेस धराशायी
निकाय चुनाव में कांग्रेस को करारा झटका लगा. उत्तर बंगाल में कांग्रेस पूरी तरह से धाराशायी हो गयी. सिर्फ उत्तर दिनाजपुर में दीपा दासमुंशी पार्टी को बचाने में कामयाब रही. उत्तर बंगाल में कांग्रेस की ताकत कमजोर हो जाने के बावजूद उत्तर दिनाजपुर की दो नगरपालिकाओं पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया. कालियागंज में भी कांग्रेस की सीटें बढ़ी हैं.
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