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गोजयुमो ने पहाड़ बंद लिया वापस

सिलीगुड़ी : एनआरसी और सीएए के विरोध में 29 दिसंबर को आहुत गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा (गोजयुमो) विनय गुट की ओर से पहाड़ बंद को वापस लेने का फैसला लिया गया है. यह घोषणा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के अध्यक्ष विनय तामांग ने गुरुवार को सिलीगुड़ी के प्रिंटेल विलेज में की. श्री तामांग एनआरसी व […]

सिलीगुड़ी : एनआरसी और सीएए के विरोध में 29 दिसंबर को आहुत गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा (गोजयुमो) विनय गुट की ओर से पहाड़ बंद को वापस लेने का फैसला लिया गया है. यह घोषणा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के अध्यक्ष विनय तामांग ने गुरुवार को सिलीगुड़ी के प्रिंटेल विलेज में की.

श्री तामांग एनआरसी व सीएए के मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को पहाड़ बंद करने के बदले अब पहाड़ पर दो चरणों में धरना-प्रदर्शन किया जायेगा. असम में एनआरसी लागू होने के बाद गोरखा समुदाय भी वहां इसके चपेट में आ गये हैं. कई गोरखा परिवार को एनआरसी से बाहर कर दिया गया है.
अब केंद्र सरकार की ओर से एनआरसी/सीएए कानून बनने के बाद पहाड़ के गोरखा समुदाय के इससे प्रभावित होने बातें कहकर गोजमुमो अध्यक्ष विनय तामांग मुखर हैं. एनआरसी व सीएए को लेकर एक ओर जहां पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है. वहीं इस फैसले का दार्जिलिंग पहाड़ पर गोजमुमो विनय गुट भी कड़ा विरोध जता रहा है. पहाड़ पर गोजमुमो की ओर से पिछले कई दिनों से आंदोलन किया जा रहा है.
इसी क्रम में आगामी 29 दिसंबर को गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा (गोजयुमो) ने दार्जिलिंग पहाड़ पर हड़ताल बुलाया था. पत्रकारों से बात करते हुए गोजमुमो अध्यक्ष विनय तामांग ने कहा कि वे पहाड़ पर शांति चाहते हैं. अभी पहाड़ पर पर्यटकों का सीजन चल रहा है. दूर-दराज से पर्यटक दार्जिलिंग पहाड़ छुट्टियां मनाने आते हैं.
इसके अलावा दार्जिलिंग व सिक्किम में धुकपा समुदाय की ओर से क्रिसमिस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है. बातचीत के दौरान गोजमुमो अध्यक्ष ने कहा कि सालुगाड़ा में मानव धर्म के प्रणेता श्री सतपालजी महाराज का दो दिवसीय भक्तिमय कार्यक्रम भी है.
इस कार्यक्रम में पहाड़ से काफी संख्या में भक्त सिलीगुड़ी पहुंचते हैं. यह शिविर 30 व 31 दिसंबर को आयोजित होगा. इसके एक-दो दिन पहले ही श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो जाता है. बंद से मानव धर्म का यह कार्यक्रम प्रभावित नहीं हो, इसके लिए भी फिलहाल पहाड़ बंद को स्थगित कर दिया गया है.
इसके अलावा नये साल पर पहाड़ में पर्यटकों का हुजुम उमड़ता है. अगर पहाड़ पर हड़ताल हो जाता तो पर्यटकों को काफी समस्याएं हो जातीं. पर्यटकों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो, इस बात को ध्यान रखते हुए उन्होंने गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा (गोजयुमो) से हड़ताल को लेकर चर्चा की थी.
उन्होंने बताया कि युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भी इस पर सहमति जताते हुए 29 दिसंबर के हड़ताल को नहीं करने का फैसला लिया है. हालांकि श्री तामांग ने कहा कि उनका विरोध यहीं रूकने वाला नहीं है. दो चरणों में‍ सीएए तथा एनआरसी के खिलाफ आने वाले दिनों में पहाड़ व समतल पर आंदोलन किया जायेगा.
विनय तामांग ने बताया कि 29 दिसंबर को युवा मोर्चा की ओर से गणतांत्रिक तरीके से एक रैली का आयोजन किया जायेगा. यह रैली रविवार की सुबह 8:30 बजे दार्जिलिंग के पुराना सुपर मार्केट से शुरू होगा, जिसमें गोजयुमो कार्यकर्ता पैदल चलकर एनआरसी व सीएए का विरोध जताते हुए कार्सियांग मोटर स्टैंड के सामने पहुंचकर समाप्त होगी. उसके अगले दिन यह रैली पांच जनवरी की सुबह 8:30 बजे कार्सियांग से चलकर सिलीगुड़ी के दार्जिलिंग मोड़ तक आयेगी.
नये साल पर दार्जिलिंग में दूर दराज से आते हैं सैलानी
एक जनवरी को नये साल के उपलक्ष्य में दूर-दराज से पर्यटक दार्जिलिंग पहाड़ पर छुट्टी मनाने के लिए आते हैं. नये साल के उपलक्ष में दार्जिलिंग स्थित चौरास्ता को भी भव्य रूप से सजाया जाता है. अक्सर जनवरी माह में पहाड़ पर बर्फबारी भी होती है. जिसकी वजह से पर्यटकों का एक हुजूम पहाड़ पर उमड़ पड़ा है.
अभी से ही दार्जिलिंग पहाड़ पर होटलों में रूम की किल्लत होने लगी है. टॉय ट्रनों में भी लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है. हड़ताल के चलते पर्यटकों को समस्या ना हो, इस बात का ध्यान रखा गया है.

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