इंगलिशबाजार थाने ले जाकर छोड़े गये
मालदा : सीएए, एनआरसी के खिलाफ चले उग्र आंदोलन के दौरान क्षतिग्रस्त स्टेशनों का जायजा लेने पहुंचे भाजपा के दो सांसदों को पुलिस ने हरिश्चंद्रपुर और भालुका रोड स्टेशन जाने के दौरान बीच रास्ते में रोक दिया. बुधवार की दोपहर को इस घटना को लेकर मालदा शहर के सुकांतपल्ली इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोके जाने के बाद कूचबिहार से सांसद निशीथ प्रामाणिक और उत्तर मालदा से सांसद खगेन मुमू अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गये.
जब सांसदों ने पुलिस से उन्हें रोके जाने की वजह जाननी चाही तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकी. एसपी आलोक राजोरिया ने बताया कि दोनों सांसदों को प्रिवेंटिव एरेस्ट किया गया था. कुछ देर बाद ही उन्हें इंगलिशबाजार थाने से बिना किसी मामले के छोड़ दिया गया.
उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार और रविवार को हरिश्चंद्रपुर और भालुका रोड स्टेशन में आंदोलनकारियों ने व्यापक तोड़फोड़ की. यहां तक कि भालुका रोड स्टेशन की कई ऑफिसों में आगजनी की गयी. उसके बाद ही दोनों स्टेशन परिसर में धारा-144 लागू की गयी. इन्हीं स्टेशनों का जायजा लेने दोनों सांसद जा रहे थे. लेकिन उन्हें बीच में ही रोक दिया गया. आज दोपहर मालदा शहर के बांध रोड इलाके में भाजपा के जिला कार्यालय से दोनों सांसद हरिश्चंद्रपुर स्टेशन जाने के लिये रवाना हुए.
सांसद निशीथ प्रामाणिक और खगेन मुर्मू ने कहा कि मुख्यमंत्री जब रैली निकालती हैं तो उन्हें रोकने वाला कौन है? लेकिन हम लोग जब सांसद की हैसियत से हरिश्चंद्रपुर और भालुका स्टेशन का जायजा लेने जा रहे थे तो उन्हें रोका गया. इन्होंने आरोप लगाया कि बगाल में तृणमूल के पक्ष में पुलिस तानाशाही चला रही है.
सीएए/एनआरसी के खिलाफ आंदोलन में रेलवे को 45 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. सरकारी संपत्ति को इस तरह नष्ट करने का किसी को हक नहीं है. यही पुलिस उग्र और हिंसक आंदोलनकारियों को हिंसा करने से नहीं रोक रही है. लेकिन सांसद को स्टेशन तक जाने से रोका जा रहा है. आम जनता पुलिस के इस जुल्म को सहन नहीं करेगी.
जिला पुलिस के पक्ष से बताया गया है कि जिला भाजपा की ओर से दोनों स्टेशनों तक जाने के लिये पूर्वानुमति नहीं ली गयी थी. इसके लिये उन्हें पब्लिक सेफ्टी के लिये रोका गया.