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प्याज के आसमान छूते दाम से ग्राहकों का निकल रहा दम

सिलीगुड़ी की थोक मंडियों में 60-65 रुपये की दर से बिक रहा है प्याज खुदरा बाजार में 80 रुपये किलो हुआ प्याज सिलीगुड़ी : प्याज के आसमान छूते दाम से आम लोगों का दम निकल रहा है. दिनोंदिन बढ़ती महंगाई महंगाई के कारण सब्जियों का स्वाद फीका होता जा रहा है. प्याज धीरे-धीरे किचन से […]

सिलीगुड़ी की थोक मंडियों में 60-65 रुपये की दर से बिक रहा है प्याज

खुदरा बाजार में 80 रुपये किलो हुआ प्याज

सिलीगुड़ी : प्याज के आसमान छूते दाम से आम लोगों का दम निकल रहा है. दिनोंदिन बढ़ती महंगाई महंगाई के कारण सब्जियों का स्वाद फीका होता जा रहा है. प्याज धीरे-धीरे किचन से गायब हो रहा है. महंगाई का ये आलम है कि शहर के कई होटलों-रेस्टोरेंटों में प्याज मांग कर शर्मिदा नहीं करने वाले पोस्टर भी लगा दिये गये हैं.

खुदरा व्यापारी से लेकर गृहिणी सभी परेशान हैं. फिलहाल सिलीगुड़ी के खुदरा बाजार में प्याज 80 रुपये किलो के दर से बिक रहा है. जबकि थोक बाजार में प्याज का दाम 60 से 65 रुपये है. प्याज के थोक व्यापारियों का कहना है कि जब तक मंडियों में प्याज की नयी फसल नहीं आ जाती है, तब तक इसके दाम में कोई कमी नहीं होनेवाली है. प्याज के बढ़तों दाम के चलते घरों में लोग जरूरत के हिसाब से इसका प्रयोग कम कर रहे हैं.

प्याज के बढ़ते दामों का सबसे ज्यादा प्रभाव आम लोगों की जेब पर पड़ा है. खास कर उत्तर बंगाल सिलीगुड़ी में प्याज की खपत दक्षिण भारत, गुजरात, नागपुर व अन्य कई हिस्सों से होती है. लेकिन बढ़ते दामों के चलते सिलीगुड़ी के रेगुलेटेड मार्केट में भी प्याज की गाड़ियां कम आ रही है. सिलीगुड़ी के खुदरा बाजारों की बात की जाये तो कई छोटे व्यापारियों ने तो बढ़ते दामों के चलते प्याज रखना ही छोड़ दिया है. सिलीगुड़ी के विधान मार्केट, बागराकोर्ट सब्जी मंडी व अन्य बाजारों में भी प्याज पहले के मुकाबले कम दिखता है.

विधान मार्केट के एक सब्जी व्यापारी महादेव बर्मन ने बताया कि प्रत्येक वर्ष इस मौसम में प्याज के दामों में उछाल रहता है. लेकिन इस वर्ष परिस्थिति ज्यादा खराब है. उन्होंने बताया कि फिलहाल खुदरा बाजार में प्याज 70 से लेकर 80 रुपये के दर से बिक रहा है. कभी कभी ऐसी भी होता है कि प्याज के दामों को लेकर ग्राहक से व्यापारियों का छोटा मोटा विवाद हो जाता है.

उन्होंने बताया कि किलों में प्याज खरीदने वाले भी अब ढाई सौ ग्राम प्याज खरीद कर काम चला रहे हैं. वहीं कई ग्राहकों का कहना है कि दाम चाहे जो भी हो, मगर प्याज भोजन का अभिन्न अंग हो गया है. इतना महंगा प्याज खरीदने में जेब पर असर तो पड़ता ही है. जिस वजह से वे जरूरत के हिसाब से ही प्याज खरीद रहे है.

प्याज के बढ़ते भाव पर सिलीगुड़ी रेगुलेटेड के आलू -प्याज मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव रामअवतार प्रसाद ने बताया कि आने वाले 10-15 दिनों तक बाजार की हालत ऐसी ही रहने वाली है. बाजार में प्याज की नयी आवक आने के बाद ही दाम में कमी आयेगी. उन्होंने बताया कि खुले बाजारों की तुलना में रेगुलेटेड मार्केट में भी प्याज 60 से 65 रूपये किलों के भाव से बिक रहा है.

उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी में प्याज दक्षिण भारत, नासिक तथा अहमदाबाद जैसे शहरों से आता है. उसके बाद ही प्याज को सिक्किम, असम, गुवाहाटी व शिलचर तक भेजा जाता है. पहले प्याज का दाम कम होने के चलते रेगुलेटेड मार्केट में 20-25 गाड़िया रोज आती थी.

लेकिन भाव बढ़ने के कारण गाड़ियों की संख्या भी कम हो गई है. उन्होंने प्याज के बढ़ते दामों के पिछे के कारणों का उल्लेख करते हुए कहा कि असम में बारिश के कारण प्याज की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है. इस कारण से भी बाजार में प्याज का भाव बढ़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि नासिक तथा अहमदाबाद का प्याज बाजार आने के बाद इसका भाव कम होने लगेगा.

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