बिन्नागुड़ी : दुर्गापूजा से पहले चाय बागानों के श्रमिक पूजा बोनस को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं. इस बार बोनस को लेकर हुई बैठक बेनतीजा रहने से चाय श्रमिकों में काफी मायूसी है. महिला चाय श्रमिक अंजलि महली एवं बुधनी लोहार ने बताया हमलोग किसी भी कीमत पर बीस प्रतिशत से कम बोनस नहीं लेंगे.
Advertisement
बैठकों में बोनस पर कोई नतीजा नहीं निकलने से श्रमिक उदास
बिन्नागुड़ी : दुर्गापूजा से पहले चाय बागानों के श्रमिक पूजा बोनस को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं. इस बार बोनस को लेकर हुई बैठक बेनतीजा रहने से चाय श्रमिकों में काफी मायूसी है. महिला चाय श्रमिक अंजलि महली एवं बुधनी लोहार ने बताया हमलोग किसी भी कीमत पर बीस प्रतिशत से कम बोनस नहीं लेंगे. […]
वर्ष भर हम लोग कड़ी मेहनत करते हैं, पर दुर्गा पूजा के समय बोनस के रुपये से हमें काफी उम्मीद रहती है. इस पैसे से हम अपने परिवार एवं बच्चों के लिए नये कपड़े, जूते एवं जरूरत के सामान खरीदते हैं. दुर्गा पूजा को खुशी के साथ मनाते हैं. उन्होंने बताया कि वैसे भी चाय श्रमिकों को वर्तमान समय की तुलना में काफी कम मजदूरी मिलती है.
इतनी कम मजदूरी में बच्चों की पढ़ाई लिखायी और घर संसार चलाना काफी मुश्किल होता है. ऐसे में बोनस को लेकर हम लोग काफी उत्साहित रहते हैं. यह बोनस भी मालिक प्रत्येक साल देने में आनाकानी करते हैं. वही चाय बागान के अजीत मरांडी एवं सुकरा उरांव का कहना है कि प्रतिवर्ष बोनस में कटौती करने की बात होती हैं. चाय श्रमिकों को मिलने वाला बोनस उनके हक एवं अधिकार का एक अंश है.
आज भी चाय श्रमिकों को उचित मेहनतआना नहीं मिलती है. हम लोग चाहते हैं कि कम से कम चाय श्रमिकों को सम्मानजनक बोनस मिले. श्रमिकों के बोनस को लेकर डुआर्स के व्यवसायी भी काफी चिंतित है. बोनस के बाद ही हाट बाजार में रोनक देखी जाती है। दुकानदारों का कहना है कि चाय श्रमिकों को यदि अच्छी बोनस मिलती है, तो उनका कारोबार भी उतना ही अच्छा रहता है.
ज्वाइंट फोरम के अभिभावक जियाउल आलम ने बताया मालिक पक्ष द्वारा चाय श्रमिकों के ऊपर शोषण किए जाने की प्रक्रिया अभी तक समाप्त नहीं हुई है. बोनस को लेकर मालिक पक्ष का रवैया ठीक नहीं है. ज्वाइंट फोरम के बैनर तले सोमवार से होने वाले गेट मीटिंग में सभी को शामिल होने के लिए अनुरोध किया जाता है.
वहीं स्थानीय अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला ने कहा कि मालिक पक्ष द्वारा 17 प्रतिशत तक बोनस देने की बात हुई है, लेकिन हमारी मांग श्रमिकों के लिए प्रतिशत तक की है. 22 तारीख के बैठक के बाद आगे की रणनीति तैयार की जायेगी. भारतीय मजदूर संघ के पश्चिम बंगाल उपाध्यक्ष कुसुम लामा एवं बंगिया चाय मजदूर संघ जलपाईगुड़ी के जिला महासचिव कृष्णा बस नेट और धुपगुरी ब्लॉक अध्यक्ष राजा जयसवाल ने भी इसी प्रकार की बात कही.
मालूम हो कि 22 सितंबर को बोनस को लेकर एक और बैठक बुलायी गयी है. उसमें चाय श्रमिकों के बोनस को लेकर उचित निर्णय निकलने की उम्मीद श्रमिक संगठन ने लगा रखी है.
वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने उठाया कदम
चालकों व गाइडों द्वारा उनकी तस्वीर सोशल मीडिया में पोस्ट करने पर लगायी रोक
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement