- जमीन की हेराफेरी से जुड़े जय देवनाथ की भी गिरफ्तारी
- तीन महीने से छिपे बैठे आरोपियों को पुलिस ने खोज निकाला
- श्याम यादव पर सब्जी विक्रेता के अपहरण का भी है आरोप
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भू-माफिया हिम्मत का शागिर्द श्याम यादव गिरफ्तार
सिलीगुड़ी : प्रधान नगर थाना पुलिस ने भूमाफिया से जुड़े दो कुख्यात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. ये दोनों पिछले करीब तीन महीने से भूमिगत थे. खुफिया जानकारी के आधार पर शनिवार देर रात सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की प्रधान नगर व बागडोगरा थाना पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर दोनों को बागडोगरा इलाके से गिरफ्तार […]
सिलीगुड़ी : प्रधान नगर थाना पुलिस ने भूमाफिया से जुड़े दो कुख्यात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. ये दोनों पिछले करीब तीन महीने से भूमिगत थे. खुफिया जानकारी के आधार पर शनिवार देर रात सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की प्रधान नगर व बागडोगरा थाना पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर दोनों को बागडोगरा इलाके से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम श्याम यादव व जय देवनाथ हैं.
जानकारी के मुताबिक, श्याम यादव जेल में बंद भू-माफिया आरोपी जय प्रकाश चौहान उर्फ हिम्मत का शागिर्द है. हिम्मत व भगवान ठाकुर के साथ मिलकर श्याम यादव ने सरकारी कागजात की हेराफेरी कर कई जमीनों को बेचा है. ऐसी ही एक जमीन की हेराफेरी आज से करीब तीन वर्ष पहले चंपासारी के पोकाईजोत इलाके में हुई थी.
भूमाफिया के आतंक से तंग आकर हाल ही में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस को नकेल कसने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री का निर्देश मिलते ही पुलिस ने भूमाफिया से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. जिसमें कुछ बड़ी मछलियां भी हाथ लगी हैं. शनिवार को गिरफ्तार श्याम यादव पर भू-माफिया से जुड़े होने के अलावा अपहरण का भी एक मामला है.
आरोप के मुताबिक करीब तीन महीना पहले 21 अगस्त की शाम श्याम यादव ने पोकाईजोत निवासी सब्जी विक्रेता देव शरण महतो को अपने साथ ले गया. उसके बाद से देव शरण का आज तक कोई पता नहीं चला है. सब्जी विक्रेता देवशरण पहले अपने पूरे परिवार के साथ 46 नंबर वार्ड के ही दार्जिलिंग मोड़ के पास राजीव नगर में रहता था.
तकरीबन तीन वर्ष पहले वह पोकाईजोत में दो कट्ठा जमीन खरीदकर मकान बनाकर रहने लगा. उसने यह दो कट्ठा जमीन श्याम यादव से नौ लाख रुपये में खरीदी थी. नौ लाख रुपये के बदले श्याम ने देवशरण को केवल एक फर्जी स्टांप पेपर साइन करके दे दिया. स्टांप पेपर में उसने खुद को जमीन का मालिक बताया, लेकिन अब तक उसने जमीन की रजिस्ट्री नहीं दी.
तकरीबन एक वर्ष पहले उस जमीन की असली मालिक सरस्वती प्रसाद विश्वास ने जमीन खाली करने की चेतावनी देव शरण को दी. और जमीन पर अवैध कब्जा की शिकायत भी प्रधान नगर थाना में दर्ज कराया. जमीन की धोखाधड़ी की बात सामने आने पर देवशरण व उनका परिवार श्याम यादव पर जमीन की रजिस्ट्री और असल कागजात देने के लिए दबाव बनाने लगा. इसके बाद ही श्याम और उसके गुर्गे देवशरण व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देने लेगे.
सरस्वती प्रसाद की शिकायत पर पुलिस एक साल तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रही. लेकिन मुख्यमंत्री का निर्देश मिलते ही सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस हरकत में आयी. इससे देवशरण की भी परेशानी बढ़ने लगी. देवशरण फिर से श्याम यादव पर जमीन के कागजात हेतु दबाव देने लगा.
देवशरण की पत्नी मीना देवी द्वारा थाना में दायर अपहरण के मामले में उल्लेख है कि 21 अगस्त यानी मंगलवार शाम को पति के मोबाइल पर एक कॉल आया. वह मोबाइल पर बात करते हुए ही घर से बाहर निकले. घर के बाहर बाइक पर सवार दो लोगों के साथ वह कहीं चले गये. उसके बाद से ही पति का मोबाइल फोन बंद पड़ा है और उनका कुछ अता-पता नहीं चल रहा. बाइक सवार दो लोग श्याम यादव के ही साथी थे. जमीन को लेकर ही श्याम ने उनके पति का अपहरण कराया है.
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