सदर शहर में बाजार-प्रतिष्ठान बंद, सड़कें सूनीं
आंदोलनकारियों ने किया अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन
जिले के अन्य हिस्सों में भी स्कूल-कॉलेज बंद रहे
कूचबिहार. कूचबिहार कॉलेज के तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के संयोजक माजिद अंसारी की हत्या के िवरोध में आहूत हड़ताल से शुक्रवार को कूचबिहार में जन-जीवन ठहर गया. टीएमसीपी समर्थक विभिन्न सड़कों पर टायर जलाकर हड़ताल के समर्थन में उतरे और इस दौरान उत्तर बंगाल विकास मंत्री के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की. यातायात बाधित होने से सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें दिखीं. स्कूल-कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति नदारद रही. बहुत से शिक्षा प्रतिष्ठानों का ताला तक नहीं खुला. हाट-बाजार स्वत:स्फूर्त ढंग से बंद दिखे. कुल मिलाकर कूचबिहार में शोक, सन्नाटा व तनाव का माहौल छाया हुआ है. प्रशासन की ओर से भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
छात्र नेता माजिद की हत्या के खिलाफ शुक्रवार को टीएमसीपी ने कूचबिहार में आम हड़ताल का आह्वान किया था. सुबह छह बजे से ही हड़ताल समर्थकों ने शहर की विभिन्न सड़कों पर टायर जलाकर पिकेटिंग की. इससे सरकारी व गैरसरकारी यात्री वाहन नहीं चल पाये. शहर के चाकीर मोड़, बाबुरहाट, खागड़ाबाड़ी इलाके में वाहनों की लंबी कतारें दिखीं. सरकारी ऑफिस व अदालत परिसर को बंद करवाने के लिए आंदोलनकारियों का जमावड़ा कूचबिहार के सागरदिघी में देखा गया. कोई अप्रिय घटना ना घटे, इसके लिए शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. हत्या का विरोध जताते हुए आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग पर शहर में कॉलेज छात्रों ने अर्धनग्न होकर मौन रैली निकाली. इसमें आगे चल रही छात्राएं मुंह पर काली पट्टी बांधे हुए थीं. शहर के अधिवक्ताओं ने भी घटना का विरोध जताते हुए शुक्रवार को काम बंद रखा.
उल्लेखनीय है कि गत 13 जुलाई को कूचबिहार कॉलेज के द्वितीय वर्ष के छात्र माजिद अंसारी को दिनदहाड़े गोली मार दी गयी थी. सिलीगुड़ी के एक नर्सिंग होम में गत बुधवार की रात उसकी मौत हो गयी. गुरुवार को शव कूचबिहार लाया गया. इसके बाद से कॉलेज के विद्यार्थियों का गुस्सा और भड़क उठा और पूरे शहर में प्रतिवाद आंदोलन शुरू हो गया.
दिनहाटा प्रतिनिधि के मुताबिक, छात्र नेता की हत्या को लेकर शुक्रवार को दिनहाटा में भी तृणमूल छात्र परिषद ने हड़ताल का आह्वान किया था. दिनहाटा महकमा के विभिन्न स्कूल-कॉलेज बंद रहे. छात्र संगठन की ओर से विभिन्न स्कूलों के गेट पर संगठन का झंडा लगाकर बंद कराया गया.
गिरफ्तार हुआ मुख्य आरोपी
कूचबिहार. छात्र नेता माजिद अंसारी की हत्या के मामले में शुरू से ही तृणमूल छात्र परिषद की ओर से तृणमूल कांग्रेस की जिला कोर कमेटी के सदस्य कलीम मियां उर्फ मुन्ना खान को मुख्य आरोपी बताया जा रहा था. छात्रों के आक्रामक तेवर को देखते हुए आखिरकार पुलिस ने गुरुवार देर रात कलीम मियां को गिरफ्तार कर लिया. अदालत में उन्हें सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजा है. कलीम मियां को उत्तर बंगाल विकास मंत्री का करीबी बताया जाता है, इसलिए छात्रों का आक्रोश मंत्री के खिलाफ भी है. गुरुवार को मुख्य आरोपी कलीम मियां के घर पर पथराव भी किया गया था. माजिद के परिवारवालों का आरोप है कि पुलिस हत्यारोपियों को अब तक जान-बूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही थी. कूचबिहार कोतवाली पुलिस ने कलीम मियां को गुरुवार देर रात शहर के नतूनपल्ली इलाका स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया. गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए पुलिस शुक्रवार को सुबह ही कलीम को कूचबिहार अदालत में ले आयी. दिन के करीब डेढ़ बजे उनकी पेशी हुई. कलीम मियां के खिलाफ साजिश रचने व हत्या का मामला दर्ज हुआ है. 23 अगस्त को उन्हें दोबारा अदालत में पेश किया जायेगा. यह जानकारी केस के प्रभारी सरकारी वकील ललित चंद्र बर्मन ने दी. जानकारी मिली है कि छात्र नेता की हत्या मामले में तीन गवाहों का बयान मजिस्ट्रेट ने रिकॉर्ड किया गया. जिसमें हत्या के लिए उकसाने और सात अपराधियों को आश्रय देने में कलीम का नाम सामने आया है. हत्या का उद्देश्य व इस्तेमाल हथियार कहां से आया, यह जानने के लिए पुलिस ने आरोपी की 10 दिनों की रिमांड मांगी थी. अदालत ने उसे सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा है. कलीम मियां ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें झूठे आरोप में फंसाया गया है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में जो लोग जबरन वसूली लेते हैं, यह काम उन्हीं लोगों का है.