बालुरघाट :रेल मंत्रालय के तमाम दावों के बावजूद यात्रियों के हित में बुनियादी ढांचे में सुधार जमीनी स्तर पर नहीं दिख रहा है. मिसाल के तौर पर बालुरघाट रेलवे स्टेशन को ही लिया जाये. दक्षिण दिनाजपुर जिला सदर बालुरघाट वैसे भी 14 साल पहले रेलवे के मानचित्र में शामिल हुआ था.
शुरू-शुरू में एक ट्रेन चालू की गई जिसके बाद कई अन्य ट्रेन सेवाएं भी शुरू हुई, लेकिन बालुरघाट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर झरने की तरह बरसाती पानी के गिरने का दृश्य सोशल मीडिया पर इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. कई यात्रियों ने रेलवे प्लेटफार्म की दुर्दशा की तस्वीर सोशल मीडिया में अपलोड की है. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक यात्री ने बताया कि वे कोलकाता जाने के लिए बालुरघाट स्टेशन गये थे.
उसी समय तेज बारिश होने लगी. बरसात का पानी रेलवे प्लेटफार्म के सामने ही धाराप्रवाह बह रहा था. उन्होंने कहा कि ट्रेन समय से पकड़ने के लिए यात्री कुछ पहले प्लेटफार्म पर पहुंच जाते हैं. िन अगर वहां बैठना भी नसीब न हो तो यात्री की परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है. वहीं बालुरघाट स्टेशन के अधिकारियों ने मीडिया के समक्ष कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया. हालांकि यात्री चाहते हैं कि प्लेटफार्म का सुधार जल्द से जल्द किया जाये.