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बाढ़ से जलपाईगुड़ी का शहरी इलाका जलमग्न

जलपाईगुड़ी : पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते उत्तर बंगाल की विभिन्न नदियों के साथ जलपाईगुड़ी की करला नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. इस वजह से जलपाईगुड़ी शहर के 25 नंबर वार्ड अंतर्गत निजमाठ, परेशमित्र कालोनी, नेताजीपाड़ा और बयेलखाना बाजार जलमग्न हो गये हैं. शनिवार की देर रात से […]

जलपाईगुड़ी : पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते उत्तर बंगाल की विभिन्न नदियों के साथ जलपाईगुड़ी की करला नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. इस वजह से जलपाईगुड़ी शहर के 25 नंबर वार्ड अंतर्गत निजमाठ, परेशमित्र कालोनी, नेताजीपाड़ा और बयेलखाना बाजार जलमग्न हो गये हैं. शनिवार की देर रात से रविवार की सुबह तक जलपाईगुड़ी में 214 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है.
वहीं जलपाईगुड़ी शहर के बगल में बहने वाली तीस्ता नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है. इस बीच, बीती रात लगातार बारिश के चलते जलपाईगुड़ी के दोमोहिनी के निकट तीस्ता नदी के असंरक्षित इलाकों से लेकर कूचबिहार जिले के मेखलीगंज तक पीला संकेत जारी किया गया था. हालांकि रविवार को सिंचाई विभाग ने इसे वापस ले लिया. इस बीच, जलपाईगुड़ी के क्षेत्रीय मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 24 घंटों में उत्तर बंगाल के हिमालयी क्षेत्र में भारी वर्षा होने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि करला नदी का जलस्तर बढ़ने से सबसे पहले उक्त इलाके जलमग्न हो जाते हैं. स्थानीय निवासी हेमलता मिश्र और अमल राय ने बताया कि जल जमाव की समस्या को लेकर कई बार नगरपालिका प्रशासन को अवगत कराया गया है. लेकिन उन्होंने इस समस्या की पूरी तरह से अनदेखी की है. करला नदी में बाढ़ से घरों में पानी घुसने लगा है.
स्थानीय टोटो चालक दीपक सरकार ने बताया कि घर में पानी घुस आने से वह अपनी टोटो की बैटरीचार्ज नहीं कर सके. इसलिए रोजी-रोटी भी बंद है. अगर इसी तरह रातभर बारिश होती रही तो हमें करला नदी सेतु या आसपास की ऊंची जगह पर शरण लेनी होगी. इसीलिए हमलोग चिंतित हैं.
वहीं 25 नंबर वार्ड के कांग्रेसी नेता और स्थानीय पार्षद परिमल मालोदा ने बताया कि उन्होंने कई बार तृणमूल परिचालित नगरपालिका बोर्ड से जल जमाव को लेकर उपाय करने को कहा है. इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए मास्टर प्लान की जरूरत है. उधर, मासकलाईबाड़ी के बयेलखाना बाजार के सब्जी बिक्रेता सुभाष दास ने बताया कि बाजार में करला नदी का पानी घुस आया है. इसीलिए वह सड़क किनारे सब्जी बेच रहे हैं.
सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने बताया कि उन्होंने हाल ही में दौरे पर आये सिंचाई मंत्री से जलनिकासी व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त करने, करला के अतिरिक्त पानी को तीस्ता में डाइवर्ट करने के लिए तीन किलोमीटर तक करला नदी में बांध बनाया गया है. अब और एक किलोमीटर का विस्तार कर करला की ड्रेजिंग करने के लिए कहा गया है. एसजेडीए जलपाईगुड़ी नगरपालिका से मिलकर शहर की जलनिकासी व्यवस्था को और बेहतर करने का प्रयास करेगा.
मौसम एवं सिंचाई विभाग के सूत्रों के अनुसार उत्तर बंगाल में सर्वाधिक वर्षा तूफानगंज में 320 मिमी, जलपाईगुड़ी 214 मिमी, दोमोहिनी में 228 मिमी, फालाकाटा में 190 मिमी, कूचबिहार में 193 मिमी, चेपान में 180 मिमी और राष्ट्रीय सड़क पर 172 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है. वहीं अलीपुरद्वार में 165 मिमी, हासीमारा में 115 मिमी, माथाभांगा में 139 मिमी, गाजलडोबा में 172 मिमी, मयनागुड़ी में 162 मिमी, मूर्ति में 108 मिमी, कुमारग्राम में 110 मिमी, बक्साडुवार्स में 82 मिमी, बारोबिसा में 116 मिमी और सिलीगुड़ी में 78 मिमी वर्षा रिकार्ड किया गया है.
हालात का जायजा लेने नहीं पहुंचे अधिकारी
मालबाजार. लगातार बारिश के चलते माल ब्लॉक के चापाडांगा इलाके में बाढ़ का संकट गंभीर बना हुआ है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद चापाडांगा इलाके के पश्चिम शांगपाड़ा का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ की चपेट में है. शनिवार की तुलना में रविवार को तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. कई परिवार अपने सामान वगैरह के साथ अन्यत्र सुरक्षित जगह चले जा रहे हैं.
शनिवार की रात को कई और घर डूब गये हैं. वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि बाढ़ के इस संकट में भी एक भी प्रशासनिक अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर उनका हालचाल नहीं पूछा. अभी तक उन्हें किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली है, जबकि माल ब्लॉक के बीडीओ भूषण शेरपा ने बताया है कि हालात पर नजर रखी जा रही है. जलस्तर बढ़ने की स्थिति में प्रभावित लोगों को अन्यत्र जाने के लिए कहा गया है. सिविल डिफेंस के जवानों को सतर्कता में रखा गया है. जरूरत पड़ी तो उन्हें बचाव कार्य में लगाया जायेगा.
बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि उन्हें आशंका है कि तीस्ता नदी की बाढ़ में उनकी आवासीय जमीन तक डूब जायेगी. उनका कहना है कि अगर तीस्ता के किनारे बांध बनी होती तो आज उनके लिए संकट नहीं आता. वहीं चापाडांगा ग्राम पंचायत के प्रधान दीपक राय ने बताया कि बाढ़ के बारे में पूरी रिपोर्ट ब्लॉक प्रशासन को दी गई है.

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