सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में 4जी स्पेक्ट्रम केबल बिछाने को लेकर ढाई करोड़ रूपये के कथित घोटोले के खुलासे के बाद से ही मेयर गंगोत्री दत्ता पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते 29 अप्रैल को बोर्ड मीटिंग के दौरान विपक्षियों द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के 14 दिन बीत जाने के बावजूद न तो कंपनी के खिलाफ अब तक एफआइआर दर्ज हुई है और न ही चेयरमैन द्वारा कमिश्नर को अविश्वास प्रस्ताव की कॉपी दी गयी. इन मुद्दों को लेकर निगम में विपक्ष ही नहीं कांग्रेस के संगठन युवा कांग्रेस द्वारा भी लगातार हंगामा किया जा रहा है. जबकि बोर्ड पर कांग्रेस का ही कब्जा है.
आज भी वाम मोरचा के पार्षदों, वामपंथी गणतांत्रिक महिला समिति की डाबग्राम इकाई एवं कांग्रेस की ओर से भी पूरे दिन हंगामा किया गया. प्रदर्शनकारियों ने अब तक कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज न किये जाने को लेकर मेयर से जवाब तलब किया. इस दौरान मेयर ने कहा कि कमिश्नर को एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखित रूप से निर्देश दिया गया है, लेकिन कमिश्नर मेरी बात नहीं मान रहे हैं और एफआइआर क्यों नहीं कर रहे हैं, मैं नहीं जानती.
मेयर के इस जवाब पर वाम पार्षदों ने काफी चुटकी ली एवं मेयर को उनका दायित्व समझाया. निगम में विपक्षी दल के नेता व वाम पार्षदों के नेतृत्वकर्ता मुंशी नुरुल इस्लाम ने कहा कि जब मेयर ने बोर्ड मीटिंग में हुए फैसले एवं कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए कमिश्नर को लिखित रूप से निर्देश दिया है तो कमिश्नर का दायित्व बनता है कि वह तत्काल एफआइआर दर्ज करवा कर मामले की जांच करायें.
नुरुल इस्लाम ने मेयर को 15 तारीख तक का समय देते हुए निगम क्षेत्र में सामाजिक परिसेवा (पेंशन, वृद्ध भत्ता, विधवा भत्ता, गरीबी भत्ता व अन्य) जल्द दिये जाने एवं अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए ज्ञापन सौंपा. इस दौरान दिलीप सिंह, दीपायन राय, शालिनी डालमिया, अमरनाथ सिंह, अंजू महतो, रागिणी सिंह, कमल अग्रवाल समेत सभी वाम पार्षद मौजूद थे. वहीं, वाम मोरचा महिला गणतांत्रिक समिति की डाबग्राम इकाई की ओर से भी इन सभी मुद्दों को लेकर मेयर को ज्ञापन सौंपा गया. दूसरी ओर, टाउन कांग्रेस की एक,दो और तीन नंबर कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में भी मेयर को ज्ञापन दिया गया. कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता तपन पाईन, विमल सिन्हा व अन्य नेताओं ने भी मेयर पर कंपनी के खिलाफ जल्द एफआइआर करने के लिए दबाव बनाया.