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बड़ाबाजार में मल्टी लेवल पार्किंग की जरूरत
कोलकाता. बड़ाबाजार प्रमुख व्यावसायिक स्थल है. हजारों की तादाद में लोग बाहर से यहां आते हैं. यहां आने वाले वाहनों की संख्या में भी कमी नहीं है. ऐसे में वाहनों की पार्किंग को लेकर कई समस्याएं होती हैं. बड़ाबाजार इलाके में ज्यादा से ज्यादा पार्कोमेट बनाने और मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था काफी जरूरी बन […]
कोलकाता. बड़ाबाजार प्रमुख व्यावसायिक स्थल है. हजारों की तादाद में लोग बाहर से यहां आते हैं. यहां आने वाले वाहनों की संख्या में भी कमी नहीं है. ऐसे में वाहनों की पार्किंग को लेकर कई समस्याएं होती हैं. बड़ाबाजार इलाके में ज्यादा से ज्यादा पार्कोमेट बनाने और मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था काफी जरूरी बन गयी है. साथ ही अवैध पार्किंग पर अंकुश से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है. यह बातें ‘प्रभात खबर’ की ओर से आयोजित परिचर्चा ‘जन संवाद’ में बड़ाबाजार के लोगों ने कही. इस बार जन संवाद परिचर्चा का मुद्दा ‘पार्किंग की समस्या’ रखा गया. कार्यक्रम बड़ाबाजार के रवींद्र सरणी इलाके में हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी राजीव जायसवाल ने की जबकि संचालन समाजसेवी सागर प्रसाद माली ने किया. आइये जानते हैं उपरोक्त मुद्दे पर विशिष्ट लोगों की राय :
राजीव जायसवाल (समाजसेवी): प्रमुख व्यवसायिक स्थल होने के नाते बड़ाबाजार इलाके में निर्दिष्ट और अतिरिक्त पार्किंग जोन की व्यवस्था होनी चाहिए. अवैध पार्किंग से काफी समस्याएं हैं जिसके अंकुश के लिए निगरानी करनी पड़ेगी. अवैध पार्किंग प्रशासन के सांठगांठ के बगैर चलाना संभव है क्या? बड़ाबाजार इलाके में पार्किंग की इतनी समस्या है कि बाहर से वाहन लेकर यहां आने से लोग कतराते हैं. अवैध पार्किंग की वजह से घंटों ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है, साथ ही दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है. निगम और प्रशासन को पार्किंग की समस्या के निबटारे के लिए ठोस पहल करनी होगी.
उत्तम सोनकर (संतोष स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारी) : बड़ाबाजार में पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था अहम है. इसके लिए पार्कोमेट बनाने व मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था पर प्रशासन ध्यान दे तो बेहतर होता. साथ ही अवैध पार्किंग कराने वालों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन को सख्त होना होगा.
प्रतीक तिवारी (अधिवक्ता) : बड़ाबाजार इलाके में समस्या अवैध पार्किंग की वजह से होती है. पार्किंग के लिए निगम की ओर से टेंडर जारी कर एजेंसियों को विभिन्न पार्किंग जोन का जिम्मा सौंपा जाता है. इसके लिए एजेंसियों को एक तय राशि का भुगतान निगम को करना पड़ता है. कुछ एजेंसियां अपनी आय को बढ़ाने के लिए पार्किंग जोन में क्षमता से अधिक वाहन को खड़ा करवाते हैं. साथ ही कुछ इलाके के दबंग लोग को पार्किंग जोन की जिम्मेदारी सौंप देती है और ऐसे लोग मनमाने ढंग से पार्किंग जोन में क्षमता से अधिक वाहनों की पार्किंग कराते हैं. ऐसे लोगों का विरोध जरूरी है. लोगों के जागरूक और प्रशासन को सख्त होने की जरूरत है.
रमेश शुक्ला (अध्यापक) :
हावड़ा व अन्य बाहरी इलाकों से यदि बड़ाबाजार वाहन से आना हो तो दस बार सोचना पड़ता है. वजह यहां की ट्रैफिक जाम है और जिसका प्रमुख कारण है इलाके में होने वाली अवैध पार्किंग. बड़ाबाजार के कई जगहों पर अवैध पार्किंग होती है और मनमाने ढंग से वाहन रखने का चार्ज वसूला जा रहा है. अवैध पार्किंग पर अंकुश के लिए निगम और पुलिस को सख्त होना होगा. साथ ही लोगों की अवैध पार्किंग के खिलाफ लोगों की जागरूकता भी अहम है.
मनोज परासर (समाजसेवी) : पार्किंग की समस्या बड़ाबाजार की ज्वलंत समस्या है. इस समस्या से निबटने के लिए इलाके में निगम को अतिरिक्त पार्कोमेट बनाने और मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए. कई स्थानों में अवैध पार्किंग कराने वाले माफिया का राज है. इलाके में तीन बड़े अस्पताल हैं जिसके आसपास भी ऐसी समस्या है. अवैध पार्किंग की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या होती है. अस्पतालों तक पहुंचने मेें मरीजों को दिक्कत होती है. एक ऐसा अस्पताल भी है जहां के कुछ डॉक्टरों ने जाम और पार्किंग की समस्या के कारण अस्पताल जाना छोड़ दिया है. अवैध पार्किंग पर अंकुश और पार्किंग की समस्या के निबटारे के लिए आम लोगों व प्रशासन को मिलकर काम करना होगा.
सागर प्रसाद माली (समाजसेवी) : बड़ाबाजार में वाहनों की पार्किंग के लिए अतिरिक्त व्यवस्था होनी चाहिए. पार्कोमेट व मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था की काफी जरूरत है. साथ ही कई समस्याओं से निबटने के लिए अवैध पार्किंग पर अंकुश लगाना भी जरूरी है. इसके लिए प्रशासन के साथ लोगों को भी जागरूक होना होगा.
हरि प्रकाश सोनी (हरि सोनी फाउंडेशन के अध्यक्ष) : बड़ाबाजार व्यवसायिक इलाका है. पार्किंग की समस्या के कारण कई ग्राहक वाहनों से इलाके में आने से कतराने लगे हैं. कुछ ग्राहक आते हैं तो उन्हें अपने वाहनों को अवैध पार्किंग कराने वालों के यहां रखना पड़ता है जिसके एवज में ज्यादा रुपये भी देने पड़ते हैं. इससे व्यवसायियों को सबसे ज्यादा परेशान होना हो रहा है. पार्किंग की समस्या से निबटने के लिए निगम और पुलिस को ठोस कदम उठाने की जरूरत है. साथ ही अवैध पार्किंग पर अंकुश के लिए समाज सेवी संस्थाओं को जागरूकता अभियान पर जोर देना चाहिए.
अनूप त्रिपाठी : बड़ाबाजार के कई इलाकों में अवैध पार्किंग के खिलाफ आवाज उठायी गयी. हालात कुछ दिनों तक ठीक रहते हैं फिर वही स्थिति हो जाती है. अवैध पार्किंग पर अंकुश व पार्किंग की समस्या दूर करने के लिए इलाके में लगातार आंदोलन की जरूरत है. इसके लिए आम लोगों को आगे आने की जरूरत भी है.
पंकज सोनकर : बड़ाबाजार के कई इलाके में नो पार्किंग जोन में वाहनों की पार्किंग कैसे हो रही है? इसे रोकने के लिए प्रशासन की सजगता जरूरी है. पार्किंग की समस्या से निबटने के लिए अतिरिक्त पार्कोमेट और मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था करना जरूरी है.
सुभाष सिंह : गत 10 वर्षों में बड़ाबाजार इलाके में पार्किंग की समस्या बढ़ी है. बड़ाबाजार इलाके में जनसंख्या के साथ वाहनों की संख्या भी बढ़ी है. ऐसे में पार्किंग की समस्या सबसे ज्यादा है. इलाके में वाहन तो आयेंगे. अतिरिक्त पार्किंग जोन की व्यवस्था को लेकर प्रशासन को कारगर योजना बनाने की जरूरत है.
मनोज कुमार गुप्ता : बड़ाबाजार इलाके में अवैध पार्किंग की वजह से कई समस्याएं होती है. इसके लिए लोगों को जागरूक होना होगा. अवैध पार्किंग माफिया के खिलाफ लोगों को लगातार आवाज उठाने की जरूरत है जब तक की समस्या का समाधान न निकल जाये.
श्याम लाल माली : बड़ाबाजार इलाके में वाहनों की पार्किंग की समस्या काफी है. ऐसे में अवैध पार्किंग माफिया भी अपना राज फैला रहे हैं. जिससे ट्रैफिक जाम समेत कई समस्याएं होती है. इसका विरोध जरूरी है. क्योंकि जहां चाह वहीं राह.
परिचर्चा के दौरान प्रकाश सोनकर, ललित सिंह, दीपक सोनकर समेत अन्य विशिष्ट लोग मौजूद रहे.
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