सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में रह रही छात्राओं के लिए खाना बनाने वाला रसोइया एक पुरूष है. इसको लेकर शुक्रवार को यहां जमकर हंगामा हुआ. तृणमूल कांग्रेस समर्थित तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) ने उस रसोइये को काम से निकाल कर वहां तत्काल किसी महिला को काम पर रखने की मांग की है. इस मांग को लेकर टीएमसीपी की ओर से शुक्रवार को गर्ल्स होस्टल के सामने काफी देर तक विरोध प्रदर्शन किया गया.
इतना ही नहीं कॉलेज के प्रिंसिपल को एक ज्ञापन देकर तत्काल इस मामले में कदम उठाने की मांग की गयी है. हॉस्टल की छात्राओं द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यहां की छात्राएं अपने आपको काफी असुरक्षित महसूस करती है. आरोप है कि वह रसोइया नशे में काम पर आता है.
छात्राओं ने आगे बताया कि होस्टल में लंबे समय से नाइट गार्ड भी नहीं है. यहां नियमित रूप से नाइट गार्ड रखने की मांग कई बार कॉलेज प्रबंधन से की गयी, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ है. इसके अलावा हॉस्टल में खाना पकाने वाला एक पुरूष है. वह अक्सर ही नशे में होता है और स्थिति में खाना भी पकाता है. नशे की हालत में वह कभी गलत हरकत भी कर सकता है. उसको नशे में काम पर नहीं आने के लिए कई बार छात्राओं ने भी कहा था. उसके बाद भी नशे की हालत में ही काम पर आता है.
ऐसी परिस्थिति में यहां रह रही छात्राएं अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं. इसबीच, इस मामले को लेकर आज टीएमसीपी ने गर्ल्स होस्टल के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू किया. संगठन के महासचिव अभिजित बनर्जी ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि इससे पहले भी कॉलेज प्रबंधन को इस मामले की जानकारी दी गयी थी. उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. उसके बाद बाध्य होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है. यहां कोई एक समस्या नहीं है.
उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा की कोई व्यवस्था यहां नहीं है. अक्टूबर महीने से यहां कोई नाइट गार्ड नहीं है. यहां की पूरी सुरक्षा राम भरोसे है. करीब चार महीने पहले यहां खाना बनाने के लिए एक पुरूष रसोइये को नियुक्त कर दिया गया.उन्होंने यह भी कहा गर्ल्स कॉलेज में तत्काल एक नाइट गार्ड की नियुक्ति तथा पुरूष रसोइये को काम से हटाने की मांग की गयी है.
यदि शीघ्र इस दिशा में कॉलेज प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो वह सभी और भी बड़ा आंदोलन करेंगे. दूसरी ओर हॉस्टल अधीक्षक विद्यावती अग्रवाल का कहना है कि समस्या का समाधान होगा. जल्द ही एक बैठक कर इस मामले में निर्णय लिया जायेगा.