कालिम्पोंग. गोरखालैंड राज्य निर्माण मोर्चा ने अलग राज्य पर केंद्र के मौन पर निशाना साधा है. मोर्चा के अध्यक्ष दावा पाखरीन ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 104 दिन बंद रहने के बाद भी केंद्र सरकार सोती रही. राज्य सरकार ने कानून-व्यवस्था के नाम पर यहां अमानवीय अत्याचार किया जिसमें 11 आंदोलनकारी शहीद हो गये.
इसके बाद भी केंद्र सरकार चुप रही. हमने दो दफे केंद्र में भाजपा के सांसद को भेजा, पर भाजपा सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि पार्टी अब केवल दिल्ली मुखी कार्यक्रम करेगी. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग में हाल में हथियार बरामद होने पर भ्रम की स्थिति है.
एक पुलिसकर्मी की हत्या हुई, पर फायरिंग में दूसरी तरफ कौन घायल हुआ, इसकी कोई जानकारी नहीं है. सरकार अपने ढंग से खबर दे रही है जिसे मानना हमारी बाध्यता नहीं है. उन्होंने कहा कि हम आंदोलन गणतांत्रिक रूप से करेंगे. हम बंद नहीं करेंगे. यहां व्यवसाय, पढ़ाई सबकुछ बंद से बर्बाद हो गया. अब दिल्ली पर दबाव देने से ही काम होगा.