संवाददाता, कोलकाता
कसबा थाना क्षेत्र के खालपाड़ा के पास बुधवार रात हुई गोलीबारी की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया. रुबी जनरल अस्पताल पहुंचाये गये घायल युवक अभिजीत नाइया उर्फ ‘निग्रो’ (20) ने शुरुआती बयान में अज्ञातों पर हमला और गोली चलाने का दावा किया था. पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर एक आधुनिक 9एमएम पिस्तौल और एक खाली कारतूस बरामद कर लिया था. कसबा थाना में प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की संबंधित धाराओं तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत दर्ज की गयी. घायल अभिजीत को बुधवार रात करीब 11:30 बजे रुबी जनरल अस्पताल लाया गया. उसकी बायीं हथेली में गोली लगी थी. अस्पताल से सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और प्रारंभिक पूछताछ व तलाशी शुरू की. बताया जा रहा है कि अभिजीत ने शुरुआती बयान में कहा था कि दो अज्ञात युवक बाइक पर आये थे, जो हेलमेट व मास्क पहने थे. उन्होंने उस पर पिस्तौल तानकर धमकी दी और हथियार छीनने का प्रयास हुआ तो गोली चल गयी. इसी बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर रात भर क्षेत्र की घेराबंदी की और घटनास्थल से एक खाली कारतूस को जब्त कर लिया. हालांकि, घटनास्थल की जांच व स्थानीय साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को पीड़ित के बयान पर संदेह हुआ. गुरुवार सुबह पुनः पूछताछ में अभिजीत ने अपना बयान बदलते हुए स्वीकार किया कि कोई बाहरी हमले की घटना नहीं हुई. उसके अनुसार, उसके दो परिचित लंबे समय से घर पर रखा 9एमएम पिस्तौल लेकर आये थे और तीनों सुनसान खालपाड़ा इलाके में उसे चलाने की कोशिश कर रहे थे. इसी अभ्यास के दौरान गोली दुर्घटनावश चल गयी और वह गोली के सीधे निशाने पर आकर घायल हुआ. पुलिस ने इस पूछताछ के आधार पर नस्करहाट मध्यपाड़ा क्षेत्र के निवासी अभिजीत सरदार उर्फ बाबाई (33) को हिरासत में लेकर बाद में गिरफ्तार कर लिया है. घटनाक्रम से जुड़ा एक और युवक अभी भी पुलिस की पकड़ में नहीं है और उसकी तलाश जारी है. अभिजीत अस्पताल में भर्ती है और पुलिस उसकी निगरानी कर रही है.पुलिस कर रही जांच
पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आधुनिक पिस्तौल युवकों तक कैसे पहुंची. क्या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क सक्रिय है और हथियार की आपूर्ति का स्रोत क्या है. कसबा थाने की टीम सभी पहलुओं, साक्ष्यों और मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल कर रही है. बता दें कि विगत वर्ष इसी क्षेत्र में तृणमूल पार्षद सुशांत घोष पर हमले की कोशिश हुई थी. ऐसे घटनाक्रम के आलोक में स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं. पुलिस ने हरकत में आने और गहराई से पड़ताल कर आगामी कार्रवाई का संकेत दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

