खड़गपुर. विज्ञान के युग में भी अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र पर भरोसा ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार जानलेवा साबित हो रहा है. पश्चिम मेदिनीपुर जिले के नारायणगढ़ ब्लॉक के पालगेड़िया गांव में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां सर्पदंश के शिकार एक युवक की इलाज में देरी के कारण मौत हो गयी. मृतक की पहचान अरूप दोलाई (37) के रूप में हुई है. बताया गया कि दो दिन पहले खेत में काम करते समय उसे विषैले सांप ने काट लिया था. अस्पताल ले जाने के बजाय परिजन उसे झाड़-फूंक कराने के लिए एक ओझा के पास ले गये. दो दिनों तक झाड़-फूंक चलती रही और इस दौरान उसकी हालत बिगड़ती गयी. बाद में उसे गंभीर अवस्था में बेलदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे कोलकाता स्थानांतरित किया गया. हालांकि, उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी.
उधर, नारायणगढ़ के बीडीओ आशीष मंडल ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जल्द ही जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. उन्होंने अपील की कि ग्रामीण किसी भी बीमारी या सर्पदंश की स्थिति में ओझा या तांत्रिक के पास न जाकर तुरंत अस्पताल पहुंचें.
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