कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग के बजट अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल में दुष्कर्म और हत्या की शिकार पीड़ित महिला चिकित्सक को याद किया. ममता ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि आरजी कर की पीड़िता को न्याय मिले. हम इस घटना के लिए बहुत दुखी हैं. मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य में 2011 के बाद से तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में डाक्टरों की भर्ती सहित राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन का दावा करते हुए आंकड़े भी प्रस्तुत किये. ममता ने इसके साथ ही कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल और उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज अस्पताल में कैंसर हब की स्थापना की भी घोषणा की. ममता ने कहा कि दोनों जगहों पर कैंसर के इलाज की सुविधा प्रदान करने के लिए कैंसर हब तैयार किया जायेगा. ममता ने इस दौरान दावा किया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बांग्लादेश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सबसे अव्वल है. ममता ने कहा कि मैं जब विरोधी दल की नेता थी, उस वक्त देखती थी कि जिला अस्पतालों में ब्लड बैंक, आइसीयू नहीं थे. आज उनके 14 वर्षों के शासनकाल में स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आया है. ममता ने कहा कि विकास करने में समय लगता है, एक वकील एक दिन में मजिस्ट्रेट नहीं हो सकता. ममता ने कहा कि बंगाल में 43 मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल हमलोगों ने खोला है. ममता ने इस दौरान केंद्र के आयुष्मान भारत योजना को लेकर भी निशाना साधा. ममता ने कहा कि आयुष्मान में डेढ़ करोड़ आवेदन अटके पड़े हैं. इसकी तुलना में राज्य की स्वास्थ्य साथी योजना काफी बेहतर है. इसमें हमलोगों ने कोई शर्त नहीं लगायी है, जबकि आयुष्मान में कई शर्तें हैं. स्वास्थ्य साथी योजना अन्य राज्यों के लिए माडल है. बंगाल में स्वास्थ्य साथी का लगभग नौ करोड़ लोग लाभ उठा रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

