संवाददाता, कोलकाता
भाजपा शासित राज्यों में बांग्लाभाषियों पर कथित अत्याचार के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस का ‘भाषा आंदोलन’ जारी है. इस क्रम में महानगर के डोरिना क्रासिंग के पास पार्टी का धरना-प्रदर्शन भी जारी है. शुक्रवार को धरना की कमान तृणमूल महिला कांग्रेस ने संभाली. इस दौरान संगठन की नेताओं ने भाजपा पर बांग्ला भाषा विरोधी होने का आरोप लगाया.
धरना का नेतृत्व तृणमूल महिला कांग्रेस की अध्यक्ष चंद्रिमा भट्टाचार्य व मंत्री डॉ शशि पांजा ने किया और भाजपा पर तीखा हमला बोला. मंत्री पांजा ने आरोप लगाया कि “जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहां बंगालियों पर अत्याचार हो रहा है. बांग्ला बोलने पर मजदूरों को पीटा जा रहा है, उनके घर जलाये जा रहे हैं और उन्हें जबरन बांग्लादेश भेजने की धमकी दी जा रही है. यहां तक कि बच्चों को भी नहीं छोड़ा जा रहा.” उन्होंने आरोप लगाया कि “भाजपा संविधान का उल्लंघन कर यह कह रही है कि बांग्ला कोई भारतीय भाषा नहीं है, बल्कि यह सिर्फ बांग्लादेश की भाषा है.”
सांसद माला राय ने कहा कि “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में सभी धर्म, जाति और भाषा के लोग शांति से रहते हैं. यहां कोई किसी की मातृभाषा को लेकर भेदभाव नहीं करता. भाजपा बंगाल को राजनीतिक रूप से काबू नहीं कर पा रही है. विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हार के बाद वह राज्य को अपमानित करने और बंगालियों को निशाना बनाने की कोशिश कर रही है.” धरना स्थल पर तृणमूल नेताओं ने साफ कहा कि भाजपा की कथित भाषा-विरोधी राजनीति को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जायेगा.
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