कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पारा शिक्षकों ने सरकार से जल्द से जल्द वेतन वृद्धि की मांग की है. उनका कहना है कि अगर तुरंत वेतन वृद्धि की घोषणा नहीं की गयी तो उनके पास अनशन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा. सोमवार को उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह उनका अंतिम निर्णय है और मुख्यमंत्री से अपील की कि वे वेतन वृद्धि का सरकारी आदेश जारी करें.सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में संगठन की ओर से बताया गया कि सरकार ने दुर्गापूजा के लिए बड़े पैमाने पर अनुदान दिया है, लेकिन 42 हजार परिवारों को राहत देने देने के लिए सरकार एक बार भी नहीं सोच रही है. संगठन की पांचाली जाना ने कहा कि पारा शिक्षकों को सिर्फ छह हजार रुपये का पूजा बोनस मिलता है, जिससे घर का खर्च नहीं चल पाता. मुख्यमंत्री से उनकी अपील है कि उन्हें बचाया जाये, क्योंकि जो पारा शिक्षकों का जो वेतन है, उससे इस महंगाई में घर चलना बहुत ही मुश्किल है.
कोर कमेटी के सदस्य चंद्रचुड़ गांगुली ने बताया कि दो दशकों से भी अधिक समय से पारा शिक्षक जो सेवा दे रहे हैं, वह अद्वितीय है. वर्तमान सरकार के कार्यकाल में उनके मानदेय में मामूली बढ़ोतरी हुई है. अब सभी की निगाह इस पर है कि राज्य सरकार उनकी न्यायसंगत मांग को कितनी प्राथमिकता देती हैं.
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