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पिता-पुत्र की हत्या का मास्टर माइंड अरेस्ट

मुर्शिदाबाद के जाफराबाद में पिता-पुत्र हरगोबिंद दास (72) और उनके बेटे चंदन (40) की हत्या के सिलसिले में मास्टरमाइंड इंजामुल हक को बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार किया है. उसे सूटी से गिरफ्तार किया गया है.

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कोलकाता.

मुर्शिदाबाद के जाफराबाद में पिता-पुत्र हरगोबिंद दास (72) और उनके बेटे चंदन (40) की हत्या के सिलसिले में मास्टरमाइंड इंजामुल हक को बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार किया है. उसे सूटी से गिरफ्तार किया गया है. इस घटना में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गुरुवार को राज्य के बंगाल पुलिस मुख्यालय भवानी भवन में एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतीम सरकार ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी स्थानीय इलाके के ही रहनेवाले हैं.

अतिरिक्त महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि जिस इलाके में हत्याएं हुई थीं, वहां के निवासी इंजामुल हक को बुधवार देर रात छापेमारी के बाद जिले के सूटी इलाके से गिरफ्तार किया गया. सरकार ने कहा, वह न केवल जघन्य अपराध की साजिश में शामिल था, बल्कि उसने इलाके में बिजली कनेक्शन काटकर और सीसीटीवी कैमरों को नष्ट करके सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. हरगोबिंद दास (72) और उनके बेटे चंदन (40) की हत्या से इलाके में व्यापक तनाव फैल गया था. जिले के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गये थे. हालांकि सुप्रतीम सरकार ने यह साफ नहीं किया कि दोनों हत्याओं की साजिश पहले ही रच ली गयी थी या उन्हें हिंसा के सिलसिले में अंजाम दिया गया, उन्होंने कहा कि अभी जांच शुरुआती चरण में है.

राज्य पुलिस ने मुर्शिदाबाद के डीआइजी सैयद वकार रजा के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है, जो जिले में इस घटना और हिंसा के अन्य मामलों की जांच कर रहा है.

इस सप्ताह की शुरुआत में पुलिस ने अपराध के सिलसिले में दो भाइयों, कालू नवाब और दिलदार नवाब को गिरफ्तार किया था, जो उसी इलाके के निवासी हैं. कालू को भारत-बांग्लादेश सीमा के पास सूटी में एक गांव से गिरफ्तार किया गया था, जबकि दिलदार को झारखंड सीमा के पास बीरभूम के मुरारई से पकड़ा गया था. इसके साथ दोहरे हत्याकांड के मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

सुप्रतीम ने कहा कि मुर्शिदाबाद की घटना में कुल 60 एफआइआर दर्ज किये गये हैं. एसआइटी की टीम हिंसा की घटनाओं में दर्ज सभी एफआइआर की जांच करेगी, अब तक इस मामले में तीन लोगों की जान चली गयी है. काफी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और काफी लोगों को चोटें आयीं. इस घटना के बाद सैकड़ों हिंदू परिवार पड़ोसी जिलों और राज्यों में भागने को मजबूर हुए. अधिकारी ने बताया कि दंगों के सिलसिले में अब तक जिलेभर में 278 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

एडीजी ने कहा, मैं फिर दोहराता हूं कि इस जघन्य कृत्य में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा. सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जायेगी.

सुप्रतीम सरकार ने कहा कि पिछले चार दिनों में हिंसा की कोई नयी घटना नहीं हुई है और जिले के प्रभावित इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि जो परिवार अपने घर को छोड़कर चले गये थे, इनमें से 85 परिवार सकुशल अब वापस आ गये हैं और राज्य प्रशासन उन्हें जीवन फिर से शुरू करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक चीजें मुहैया कराने की दिशा में हर संभव काम कर रहा है.

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