कोलकाता.
चाय के व्यवसाय से जुड़ी एक कंपनी के निदेशक के नाम पर बैंक की तरफ से जारी चेकबुक में कारगुजारी कर फर्जी हस्ताक्षर कर उस चेक की मदद से 11 लाख 39 हजार 980 रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप एक शातिर व्यक्ति पर लगा है. आरोपी का नाम अनीश कुमार बताया गया है. वह रांची के रातू रोड में स्थित सुखदेव नगर का निवासी बताया गया है. जांच में इसका खुलासा होने पर बैंक की तरफ से इसकी शिकायत पोस्ता थाने में दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए छापामारी शुरू कर दी है. घटना के बाद से वह फरार बताया गया है.क्या है मामला : बड़ाबाजार में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के बड़ाबाजार शाखा के अधिकारी विवेक कुमार ने इसकी शिकायत पोस्ता थाने में दर्ज करायी. पुलिस को शिकायत में बताया गया कि अनीश कुमार ने बड़ाबाजार ब्रांच में एक चेक ड्राप किया. वह चेक उनके द्वारा दर्ज अकाउंट में ड्रॉप करना था. वह चेक डिब्रुगढ़ ब्रांच की तरफ से चाय के व्यवसाय से जुड़ी एक कंपनी के निदेशक चंद्र प्रकाश साहनी द्वारा जारी किये जाने की जानकारी चेक पर छपी थी. प्रकाश का हस्ताक्षर भी किया गया था. इसके कारण बैंक ने वह चेक क्लियर कर दिया एवं संबंधित व्यक्ति द्वारा दिये गये अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवा दिये गये. इसके बाद आरोपी ने सभी रुपये को अन्य अकाउंट में ट्रांसफर कर पैसे निकाल लिये.असली खाताधारी को पता चलने पर धोखाधड़ी का हुआ खुलासा : इधर, अकाउंट से रुपये ट्रांसफर होते ही संबंधित खाता धारक कंपनी के निदेशक को इसका पता चलने पर उन्होंने बैंक में इसकी शिकायत की. जांच करने पर क्लोन चेक (चेक की नकल) होने का पता चला. यह भी जानकारी मिली कि क्लोन चेक में फर्जी हस्ताक्षर किये गये चेक में बैंक द्वारा रुपये ट्रांसफर कर दिया गया है. इसके बाद बैंक की तरफ से संबंधित आरोपी के खिलाफ पोस्ता थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है.
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