श्रमिक के परिजनों ने मुख्यमंत्री से लगायी गुहार
प्रतिनिधि, बशीरहाटउत्तर 24 परगना जिले के टाकी निवासी एक प्रवासी मजदूर को तमिलनाडु पुलिस ने बांग्लादेशी होने के संदेह में हिरासत में ले लिया है. आरोप है कि केवल बांग्ला बोलने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया. बीते 21 दिनों से वह पुलिस की गिरफ्त में है और परिजन उससे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. परेशान परिजनों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उसकी रिहाई के लिए मदद की अपील की है.हासनाबाद थाना अंतर्गत टाकी नगरपालिका के वार्ड 16 निवासी राजीव शेख पिछले पांच साल से तमिलनाडु में मजदूरी कर रहा था. परिजनों के अनुसार, 22 जुलाई को पेरम्बलुर थाने की पुलिस ने राजीव समेत कई लोगों को हिरासत में लिया. शुरुआती दिनों में वह फोन पर परिवार से बात कर पा रहा था, लेकिन बाद में पुलिस ने नागरिकता से जुड़े दस्तावेज मांगे. परिवार ने सभी प्रमाण पत्र भेज दिए, फिर भी उसे रिहा नहीं किया गया. राजीव की पत्नी का कहना है कि उनके पति को केवल बांग्ला भाषा बोलने के कारण संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया. उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगायी है कि राजीव को जल्द से जल्द राज्य वापस लाया जाए ताकि परिवार की चिंता खत्म हो सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

